Himachal Cabinet : खत्म...इंतजार, हो गया मंत्रिमंडल विस्तार, एक महीने बाद पूरी सरकार
शिमला। हिमाचल प्रदेश को विधानसभा चुनाव परिणाम के ठीक एक महीने बाद पूरी सरकार का भी गठन हो गया। रविवार को हिमाचल प्रदेश कैबिनेट के मंत्रियों के साथ ही मुख्य संसदीय सचिवों को शपथ दिलाई गई। कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाने से पहले मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के कार्यालय में सुबह 9 बजे सीपीएस यानी मुख्य संसदीय सचिवों को शपथ दिलाई गई ।
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कौन-कौन विधायक बने मंत्री
हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने आज 7 मंत्रियों को शपथ दिलाई। इनमें सबसे पहले कर्नल धनीराम शांडिल को शपथ दिलाई गई। इसके बाद विधायक चंद्र कुमार, हर्षवर्धन चौहान, जगत सिंह नेगी, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। अकेले शिमला जिले से 3 विधायक विक्रमादित्य, रोहित और अनिरुद्ध मंत्री बने हैं। इसके अलावा कांगड़ा से चंद्र कुमार, किन्नौर से जगत राम नेगी, सोलन से धनीराम शांडिल और सिरमौर से हर्षवर्धन को भी मंत्री बनाया गया है।
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कौन-कौन विधायक बने सीपीएस
सीपीएस के रूप में रोहडू विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहनलाल ब्राकटा, सोलन दून विधानसभा क्षेत्र के विधायक चौधरी रामकुमार और सोलन की अर्की विधानसभा क्षेत्र के संजय अवस्थी ने मुख्य संसदीय सचिव की शपथ ली। कांगड़ा की पालमपुर विधानसभा क्षेत्र से आशीष बुटेल, बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र से किशोरी लाल और कुल्लू जिला के कुल्लू विधानसभा क्षेत्र से सुंदर सिंह ठाकुर मुख्य संसदीय सचिव बने।
सीएम सुक्खू ने कहा कि एकदम से कैबिनेट के गठन से पहले सीपीएस की तैनाती का फैसला लिया है। रात को ही अधिकारियों को आदेश जारी किए गए। साथ ही कहा कि इस वजह से सीपीएस बने विधायकों को अपने परिवारों को बुलाने का भी मौका नहीं मिला। मुख्य संसदीय सचिव चुने गए कई विधायकों के परिवार के सदस्य भी इस शपथ समारोह में नहीं पहुंच पाए।
एक महीने बाद पूरी सरकार
आज रविवार 08 जनवरी से ठीक एक महीना पहले यानी कि 8 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम आए थे। संयोग की बात है कि हिमाचल में मंत्रिमंडल का विस्तार भी अब 8 जनवरी को हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू जब तक दिल्ली से शिमला नहीं लौटे थे उस समय तक यह पूरी संभावना बन रही थी कि कैबिनेट विस्तार के लिए एक हफ्ता और इंतजार करना पड़ सकता है। लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला पहुंचे तो उनके आने के साथ ही कैबिनेट विस्तार का इंतजार भी खत्म हुआ।
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