हिमाचल भाजपा को झटका, महिला मोर्चा नेता इंदु ने थामा कांग्रेस का 'हाथ'

इंदु वर्मा ने कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद कहा कि कोई भी फैसला लेने के लिए कारण बनने में समय लगता है। अब भाजपा छोड़ी है तो ज्यादा टीका-टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा।
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Indu Verma Himachal BJP हिमाचल प्रदेश भाजपा को शुक्रवार को बड़ा झटका मिला है। हिमाचल प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की नेता इंदु वर्मा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इंदु वर्मा हिमाचल प्रदेश परिवार एवं बाल कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रह चुकी हैं। इंदु वर्मा के पति स्वर्गीय राकेश वर्मा शिमला जिले के ठियोग से तीन बार भाजपा से विधायक रहे हैं, जिनका 2020 में निधन हो गया था। और दो बार जिला परिषद की सदस्य भी रही हैं। 

शिमला। हिमाचल प्रदेश भाजपा को शुक्रवार को बड़ा झटका मिला है। हिमाचल प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की नेता इंदु वर्मा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इंदु वर्मा हिमाचल प्रदेश परिवार एवं बाल कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रह चुकी हैं। इंदु वर्मा के पति स्वर्गीय राकेश वर्मा शिमला जिले के ठियोग से तीन बार भाजपा से विधायक रहे हैं, जिनका 2020 में निधन हो गया था। और दो बार जिला परिषद की सदस्य भी रही हैं। 


हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने शुक्रवार को नई दिल्ली में उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के नेता एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा भी मौजूद रहे। इंदु भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य भी थीं। इंदु वर्मा राज्य में महिला जागरूकता मंच नामक गैर सरकारी संगठन भी चलाती हैं। इससे पहले पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष खीमी राम शर्मा ने कांग्रेस की सदस्यता हासिल की थी। 


इंदु वर्मा के कांग्रेस में शामिल होने पर हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि भाजपा में लगातार भगदड़ के हालात बने हुए हैं। प्रदेश में इस बार कांग्रेस सरकार बनाएगी। राज्य के लोग महंगाई, बेरोजगारी को लेकर नाराज हैं। भाजपा की सरकार ने पांच साल सिर्फ फीता काटने का काम किया है। राज्य के चार प्रतिशत लोगों की भागीदारी सेनाओं में है, उनमें अग्निपथ योजना को लेकर नाराजगी है।


भाजपा से कभी नहीं मिले विचार: इंदु

इंदु वर्मा ने कहा कि कोई भी फैसला लेने के लिए कारण बनने में समय लगता है। अब भाजपा छोड़ी है तो ज्यादा टीका-टिप्पणी करना ठीक नहीं है। उनके पति राकेश वर्मा की राजनीतिक शुरुआत तो एनएसयूआई से हुई थी, लेकिन वह भाजपा में चले गए। असल बात यह है कि उनके विचार भाजपा से कभी नहीं मिले। विधानसभा चुनाव लड़ने का इरादा है, लेकिन इस पर फैसला कांग्रेस हाईकमान को लेना है। अभी उनकी इस बारे में कोई बात नहीं हुई है। 

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