पीएम मोदी ने देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने छह मार्च 2024 को भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से india's first underwater metro ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। 

 | 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने छह मार्च 2024 को भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने आज अंडरवाटर मेट्रो लाइन (India's First Underwater Metro Line) के साथ-साथ 15,400 करोड़ रुपये के कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने छह मार्च 2024 को भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने आज अंडरवाटर मेट्रो लाइन (India's First Underwater Metro Line) के साथ-साथ 15,400 करोड़ रुपये के कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

मेट्रो में सफर के दौरान छात्रों से की बातचीत

इसके बाद पीएम मोदी पहली अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन में  (india's first underwater metro) सवार हुए। इस दौरान उन्होंने छात्रों के साथ बातचीत की। इसके अलावा उन्होंने कोलकाता में राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी के साथ यात्रा करते हुए मेट्रो कर्मचारियों से संवाद किया।

हावड़ा को एस्प्लेनेड स्टेशन से जोड़ेगी

हुगली नदी के 33 मीटर नीचे बनाई यह सुरंग इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना है। सुरंग की लंबाई लगभग 16.5 किलोमीटर है। इसमें 10.8 किलोमीटर का हिस्सा नदी तल से नीचे बना है। शेष 5.75 किलोमीटर का प्रोजेक्ट जमीन के ऊपर तैयार हुआ है। 8475 करोड़ की लागत से तैयार यह परियोजना कोलकाता मेट्रो की नॉर्थ-साउथ लाइन के एस्प्लेनेड स्टेशन को हावड़ा और सियालदह रेलवे स्टेशनों को जोड़ती है।

पिछले साल हुआ था पहला ट्रायल रन

पिछले साल अप्रैल में 4.8 किलोमीटर के पहले भूमिगत खंड पर मेट्रो रैक का पहला ट्रायल रन हुआ था। 2009 में शुरू हुए प्रोजेक्ट की डैडलाइन पहले 2015 थी, लेकिन डैडलाइन बढ़ने से इसकी लागत भी बढ़ गई। कोलकाता मेट्रो देश का पहला मेट्रो रेलवे स्टेशन है, जो 1984 में शुरू हुआ था। इसके बाद दिल्ली में 2002 में मेट्रो सेवा की शुरुआत हुई थी।

सुरक्षा उपाय

सुरंग में पानी के प्रवाह और रिसाव को रोकने के लिए कई सुरक्षात्मक उपाय किए गए हैं। इसके लिए इन खंडों में फ्लाई ऐश और माइक्रो सिलिका से बनी कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया है।

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।