Ropeways In Himachal: हिमाचल में बनेंगे सात और रोपवे, निर्माण के लिए 3,232 करोड़ स्वीकृत

विश्वस्तरीय तकनीक का लाभ उठाकर हिमाचल प्रदेश में सात रोपवे परियोजनाओं का निर्माण किया जाएगा। 57.1 किलोमीटर लंबे रोपवे के निर्माण पर 3,232 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। 
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Ropeways In Himachal

शिमला। हिमाचल प्रदेश में धर्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही सात नए रोपवे (Ropeways In Himachal) का निर्माण किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इनके निर्माण को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में मंगलवार को नई दिल्ली में हिमाचल प्रदेश में अभिनव परिवहन समाधान के रूप में रज्जु मार्गों के विकास के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड (NHLML) और रज्जू मार्ग एवं तीव्र परिवहन प्रणाली विकास निगम लिमिटेड (RTDC) हिमाचल प्रदेश के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।


हिमाचल सरकार ने बीते दिनों केन्द्र को वित्तपोषण के लिए चार रोपवे नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड को भेजे थे। नमें से चम्बा जिले के भरमौर से भरमाणी माता मन्दिर तक 120 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला रोपवे, कांगड़ा जिले में 605 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला पालमपुर-थातरी-चौगान रोपवे, जिला कुल्लू में 200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला बिजली महादेव और जिला सिरमौर के शिरगुल महादेव मन्दिर से चूड़धार तक रोपवे शामिल थे। अब हिमाचल प्रदेश में सात नए रोपवे बनाए जाएंगे। इनमें हिमानी से चामुंडा, लुहणू-बंदला और किलाड़ से साच पास भी शामिल हो गए हैं।



 

केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि यह एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन हैं, जो पर्टयकों के लिए अद्वितीय, पर्यावरण के अनुकूल दर्शनीय और निर्बाध यात्रा अनुभव की सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि विश्वस्तरीय तकनीक का लाभ उठाकर हिमाचल प्रदेश में सात रोपवे परियोजनाओं का निर्माण किया जाएगा। इन परियोजनाओं में निर्मित होने वाले रोपवे की कुल लंबाई 57.1 किलोमीटर होगी और इन पर 3232 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। 



मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आरंभ में कांगड़ा, कुल्लू, चम्बा, सिरमौर और बिलासपुर जिलों में 2264 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत की सात रज्जू मार्ग परियोजनाओं की सम्भाव्यता (फिजिबिलिटी) रिपोर्ट बनाने की संभावनाएं तलाश की जाएंगी। जयराम ठाकुर जी ने केंद्रीय मंत्री जी को यह भी अवगत करवाया कि शिमला-मटौर सड़क, पठानकोट-चक्की-मंडी सड़क और चक्की-मंडी-मनाली सड़क पर कुछ महत्वपूर्ण हिस्सों की मरम्मत की शीघ्र आवश्यकता है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा मंत्रालय को प्रस्तुत की गई नौ उच्च प्राथमिकता वाली सड़कों की अधिसूचना शीघ्र जारी करने का भी आग्रह किया।  

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