भरमौर में बनेंगे स्मार्ट क्लासरूम, गद्देरण की आंचलिक कथाएं लिखने के लिए रहें तैयार
भरमौर। भरमौर प्रशासन ने प्राथमिक स्तर पर गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए कवायद शुरू कर दी है। प्रारंभिक शिक्षा खंड भरमौर व गरोला के तहत प्रत्येक शिक्षा खंड में दो स्मार्ट क्लासरूम तैयार किए जाएंगे। इसके लिए प्रशासन ने खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी भरमौर और गरोला को आदेश दिए गए हैं। अधिकारी प्रत्येक खंड में दो स्मार्ट क्लासरूम के लिए विद्यालयों का चयन करेंगे, जहां पर मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध हो।
30 मई तक खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी भरमौर व गरोला को पाठशालाओं के चयन करना होगा। शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पीपी सिंह ने कहा कि जनजाति उपयोजना के तहत योजना के लिए समुचित बजट का भी प्रावधान किया गया है। भरमौर व होली में कन्या छात्रावासों की विशेष मरम्मत तथा कॉमन रूम में टीवी व टीटी टेबल्स की सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी।
सबसे अच्छा लिखने वाले को मिलेगा पांच हजार
भरमौर उपमंडल के धार्मिक पर्यटक स्थलों के सौंदर्यीकरण के लिए एक करोड़ की धनराशि खर्च की जा रही है।
इस क्षेत्र की समृद्ध व वैभवशाली संस्कृति तथा लोक कलाओं के संरक्षण व संवर्धन के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत भरमौर क्षेत्र की आंचलिक कथाओं को आम जनमानस तक विशेषकर नई पीढ़ी को रूबरू करवाने के लिए विभिन्न कथाओं पर आधारित लेखन प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। इसमें प्रथम वर्ग में पहली से दसवीं कक्षा तक के, द्वितीय वर्ग में 11वीं व 12वीं कक्षा के, तृतीय वर्ग में राजकीय महाविद्यालय भरमौर के छात्र एवं छात्राएं भाग ले सकती हैं। बेहतरीन लेखन के लिए प्रथम पुरस्कार के रूप में 5000 की राशि द्वितीय स्थान पर 2000 की राशि तथा तृतीय स्थान पर रहने वाले को 1000 की धनराशि इनाम स्वरूप दी जाएगी। सांत्वना पुरस्कार के तौर पर 3 इनाम 500 रुपये के दिए जाएंगे।
बागवानों को दिए जाएंगे सेब के 10 हजार पौधे
बैठक में विषय वस्तु विशेषज्ञ उद्यान, एसएस चंदेल ने बताया कि भरमौर में बागवानी को प्रोत्साहित करने के लिए जलवायु के अनुरूप सेबों की 5 हजार उन्नत पौध नर्सरी में तैयार की जा रही है। इसमें जीरो माइन, रेड ब्लॉस्क, गेल गाला, सुपर चीफ, रेड चीफ के पौधे नवंबर-दिसंबर माह में 70 रुपए प्रति पौधा बागवानों को दिया जाएगा। अगले वित्तीय वर्ष में 10 हजार नए पौधे उपलब्ध करवाने का लक्ष्य है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने आदेश दिए स्थानीय युवकों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कृषि व बागवानी के प्रबंधन की बारीकियों की जानकारी दी जाए। इसके लिए तकनीकी तौर पर प्रशिक्षित करने की संभावनाओं की कार्य योजना तैयार की जाए।
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