हरोली के मियां हीरा सिंह ने जगाई थी सहकारिता आंदोलन की अलख : अग्निहोत्री

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पंजावर में सहकारिता के जन्मदाता मियां हीरां सिंह सहकारी प्रशिक्षण संस्थान और सामुदायिक केंद्र की आधारशिला रखी।
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उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आज हरोली विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसे प्रोजेक्ट की शुरूआत की जा रही है, जिसकी अलख पंजावर गांव से जगी और पूरे देश में फैली। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यह बात वीरवार को पंजावर में सहकारिता के जन्मदाता मियां हीरां सिंह सहकारी प्रशिक्षण संस्थान और सामुदायिक केंद्र की आधारशिला रखने के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि 132 वर्षों के उपरांत सहकारिता आंदोलन के जन्मदाता मियां हीरा सिंह जी को याद कर रहे हैं, जिन्होंने पूरे देश सहकारिता की नींव रखी।

ऊना। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आज हरोली विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसे प्रोजेक्ट की शुरूआत की जा रही है, जिसकी अलख पंजावर गांव से जगी और पूरे देश में फैली। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यह बात वीरवार को पंजावर में सहकारिता के जन्मदाता मियां हीरां सिंह सहकारी प्रशिक्षण संस्थान और सामुदायिक केंद्र की आधारशिला रखने के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि 132 वर्षों के उपरांत सहकारिता आंदोलन के जन्मदाता मियां हीरा सिंह जी को याद कर रहे हैं, जिन्होंने पूरे देश सहकारिता की नींव रखी।

अग्निहोत्री ने कहा कि वर्तमान में गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों में सहकारी सोसायटियां बडे़ स्तर पर कार्य कर रही हैं। इन राज्यों में सहकारिता को नंबर एक विभाग माना जाता है। उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन पंजावर से आरंभ हुआ और पूरे देश में फैला। मगर 1904 में तमिलनाडू में पहली सहकारी सोसायटी पंजीकृत हुई थी। ऐसे में वहां के लोगों का मानना है सहाकारिता की शुरूआत वहां से ही हुई है। उन्होंने कहा कि सही अर्थों में सहकारिता की शुरूआत हरोली के पंजावर गांव से हुई है।

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आज हरोली विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसे प्रोजेक्ट की शुरूआत की जा रही है, जिसकी अलख पंजावर गांव से जगी और पूरे देश में फैली। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यह बात वीरवार को पंजावर में सहकारिता के जन्मदाता मियां हीरां सिंह सहकारी प्रशिक्षण संस्थान और सामुदायिक केंद्र की आधारशिला रखने के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि 132 वर्षों के उपरांत सहकारिता आंदोलन के जन्मदाता मियां हीरा सिंह जी को याद कर रहे हैं, जिन्होंने पूरे देश सहकारिता की नींव रखी।

उन्होंने कहा कि पंजावर में मियां हीरा सिंह सहकारी प्रशिक्षण संस्थान व सामुदायिक केंद्र की आज बुनियाद रखी गई है जोकि आगे चलकर मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने इस सहकारी संस्थान को भूमिदान देने के लिए लोगों का धन्यावाद किया। उन्होंने पंजावर के लोगों को आश्वसत किया कि इस सहकारी सम्पत्ति को अपनी सुविधा अनुसार प्रयोग कर सकेंगे। इसके अलावा बाबा बाल पुरी मंदिर और आम लोग इसे अपनी सुविधा अनुसार इस्तेमाल कर सकेंगे।

प्रदेश में सहकारिता को गति प्रदान की जाएगी

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में सहाकारिता से जुडे़ लोगों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था, लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ लोग इससे दूर होते गए। मगर अब प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को गति प्रदान की जाएगी। सहकारी सोसायटियां लोगों की विश्वसनीयता का प्रतीक हैं। सहकारी क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही हैं और लोगों को सुविधाओं के साथ-साथ रोजगार भी प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी सोसायटियों से खिलावड करने वालों को बख्शा नही जाएगी।

उन्होंने कहा कि सहकारी सोसायटियों का ऑडिट भी सही तरीके से करवाया जाएगा। प्रदेश की कुछ सहकारी सोसायटियों ने देश में नाम कमाया है। इसमें कुल्लू की भुट्टी वीवर सोसाइटी भी शामिल है। कुल्लु की भुट्टी वीवर सोसायटी की शाॅल और टाॅपी पूरे देश में विख्यात है। इसके साथ ही कांगड़ा, शिमला और जोगिंद्रा बैंक सहकारी क्षेत्र से संचालित किए जा रहे हैं और यह बेहतर कार्य कर रहे हैं। ऊना के बढे़ड़ा में हिम्पकैप्स काॅलेज सहकारिता के क्षेत्र से ही संचालित किया जा रहा है। जिला की 106 सहकारी सोसायटियों ने इसे स्थापित किया है, जोकि काफी बड़ा आकार लेकर उभरा है।

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