शीत लहर में रखें स्वास्थ्य का विशेष ध्यान : उपायुक्त

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने एडवाईजरी जारी करते हुए कहा कि जिला में लगातार ठंड बढ़ रही है। ऐसे में घटते तापमान को देखते हुए आगामी दिनों में और ठंडी हवा, शीत लहर व घना कोहरा/धुंध के आसार है।
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ऊना ।   जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने एडवाईजरी जारी करते हुए कहा कि जिला में लगातार ठंड बढ़ रही है। ऐसे में घटते तापमान को देखते हुए आगामी दिनों में और ठंडी हवा, शीत लहर व घना कोहरा/धुंध के आसार है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहें। 

घना कोहरा एवं धुंध में यातायात सलाह
उन्होंने कहा कि कोहरे में वाहन चालक अपने वाहन को कम गति पर चलाएं। कोहरे के दौरान लाईट को कम बीम पर रखें। उच्च बीम लाईट धुंध की स्थिति में उतने प्रभावी नहीं होते हैं। अत्यधिक धुंध के मौसम में  फॉग लाइट का उपयोग करें। वाहनों के बीच निर्धारित दूरी बनाए रखें, जब दृश्यता बेहद खराब हो, सड़क पर पेंट की गई लाइन का उपयोग एक गाइड के रूप में करें। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन और उच्च संगीत प्रणाली का उपयोग न करें।
शीतलहर सुरक्षा के उपाय
उन्होंने कहा कि शीत लहर के दौरान घर के अंदर सुरक्षित रहें। घर से बाहर जाते हुए सिर, कान, हाथ, पैर और नाक को ढक कर ही बाहर निकलें। क्योंकि ठण्ड में सिर के माध्यम से ऊष्मा का अभाव हो सकता है। अपने मुहं को भी ढक कर रखें, इससे आपके फेफड़ों को ठण्ड से सुरक्षा मिलेगी। समाचार पत्र, रेडियो व टीवी से मौसम की जानकारी लेते रहें। स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान और आगमी तापमान में परिवर्तन के बारे में सतर्क रहें। शरीर में ऊष्मा के प्रवाह को बनाये रखने के लिए पोषक आहार एवं गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें। ठंड के मौसम में ऊनी एवं गरम कपड़ों को पहनें। शरीर को सूखा रखें।कपड़े गीले होने की स्थिति में ऊष्मा का अभाव हो सकता है।
कमरों में हीटर, केरोसिन, कोयले की अंगीठी का प्रयोग करते हुए, धुएं के निकास का उचित प्रबंध करना सुनिचित करें। कम तापमान में क्षमता से अधिक शारीरिक कार्य न करें, इससे ह्रदयघात का खतरा उत्तपन हो सकता है। शीतदंश के लक्षणों पर नजर रखें जैसे शरीर के अंगों का सुन्नपड़ना हाथों, पैरों की उँगलियों कान, नाक, आदि पर सफेद या पिले रंग के दाग उभर आना इत्यादि। हाईपोथर्मिया के लक्षणों पर नजर रखें जैसे स्मरण शक्ति कमजोर पड़ना, असीमित ठिठुरना, सुस्ती, थकान, तुतलाना इत्यादि।
ठंड के मौसम में  तबियत ठीक न लगने तथा किसी भी प्रकार की दिक्कत महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। राघव शर्मा ने कहा कि सर्दी के मौसम में कोरोना संक्रमण और उसकी घातकता बढ़ने की आशंका है इसलिए ज्यादा एहतियात रखें। 

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