हर वर्ष अनिवार्य हों JCC की दो बैठकें : TGT कला संघ

जेसीसी की मीटिंग आयोजित करना कोई बड़ा तोहफा नहीं है अपितु यह कर्मचारियों का अधिकार है। तोहफे तो वे होंगे जो कर्मचारियों की मांगों पर स्वीकृति रूप में मिलेंगे ।
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हमीरपुर ।  जेसीसी (JCC) की मीटिंग आयोजित करना कोई बड़ा तोहफा नहीं है अपितु यह कर्मचारियों का अधिकार है। तोहफे तो वे होंगे जो कर्मचारियों की मांगों पर स्वीकृति रूप में मिलेंगे । प्रदेश सरकार जेसीसी (JCC) आयोजन के लिए नियमावली बनाए और हर वर्ष में दो बार जेसीसी की बैठकों का आयोजन किया जाए । समस्त विभागों का जेसीसी एजेंडा भी संबन्धित विभाग के माध्यम से फ़ाईनल किया जाई और समस्त विभागों के अध्यक्ष अपने कर्मचारियों और पेंशनर्स की बैठकें आयोजित करके उनकी मांगों का फ़ाईनल एजेंडा तैयार करें जिसे जेसीसी को भेजा जाए ।

जेसीसी (JCC) में हर कर्मचारी वर्ग, हर संघ और हर संगठन की मांगों को शामिल करने का जिम्मा संबन्धित विभाग सचिवों को सौंपा जाए ताकि कर कर्मचारी वर्ग इससे लाभान्वित हो सकें । जेसीसी (JCC) को समस्त कर्मचारियों के संगठनों के मांग-पत्र ऑनलाईन लेने हेतु भी प्रयास करना चाहिए । अगर एजेंडा लंबा हो तो जेसीसी बैठक भले ही इसमें 2 दिन का समय लगे मगर बैठक में अधिकतम मांगों पर चर्चा होनी चाहिए और शिक्षा विभाग के समस्त संघों के प्रतिनिधि इस बैठक में बुलाए जाएँ ।

यह मांग राजकीय टीजीटी कला (TGT Arts) संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल, उपाध्यक्ष मदन लाल, महासचिव विजय हीर, डेलीगेट्स संजय ठाकुर, देश राज, दुनी चंद, ओमप्रकाश, संगठन शाखा सचिव वीरभद्र नेगी, सोहन सिंगटा, रणवीर तोमर, देश राज शर्मा, डॉ0 सुनील दत्त, जिलाध्यक्ष संजय वर्मा, सीताराम पोजटा, राजेन्द्र ठाकुर, विजय बरवाल, सुभाष भारती, राकेश चौधरी, रिग्ज़िन संदप, संजय चौधरी, रविन्द्र गुलेरिया, रामकृष्ण, पुष्पराज, अमित छाबड़ा ने ने संयुक्त रूप से प्रदेश सरकार से की है । संघ ने कहा कि जेसीसी (JCC) की बैठक से कर्मचारियों ने बहुत उम्मीदें लगाई हैं और अगर उनकी मांगें सरकार तक चर्चा हेतु रखी न गई तो इससे निराशा पनपेगी । हर 6 माह बाद जेसीसी बैठक हो तो मांगों पर की गई कार्यवाही की एक्शन टेकन रिपोर्ट मिलेगी और अधिकतम मांगें पूर्ण हो सकेंगी ।

टीजीटी कला (TGT Arts) को ही बीआरसीसी (BRCC) बनाने का प्रावधान रद्द

वर्ष 2016 में प्रदेश में बीआरसीसी (BRCC) भर्ती में केवल टीजीटी कला शिक्षकों को ही पात्र घोषित किया गया और यह प्रावधान वर्ष 2018 में रद्द करते हुए यह भर्ती अवसर समस्त संकायों के टीजीटी (TGT) को दे दिया गया । संघ का कहना है कि टीजीटी कला (TGT Arts) को बीआसीसी (BRCC) नियुक्ति में प्राथमिकता हेतु पुन: विचार किया जाना चाहिए । 

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