शिमला के ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस पर पहाड़ी गानों पर 'नाटी'

हिमाचल की राजधानी शिमला शिमला के काइस्ट चर्च में उपस्थित ईसाई समुदाय के बाहर से सैलानियों ने भी प्रार्थना सभा में भाग लिया। इस दौरान महिलाएं नाटी करते हुए भी दिखाई दीं।
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हिमाचल प्रदेश में इस बार क्रिसमस से लेकर नए साल तक का समय काफी खास रहने वाला है। हिमाचल प्रदेश के हर एक पर्यटन स्थल पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हिमाचल में नया साल सेलिब्रेट करने के लिए काफी संख्या में पर्यटक रुख कर रहे हैं। आज क्रिसमस का त्यौहार है और इस दिन पहाड़ों की रानी शिमला में क्राइस्ट चर्च और कैथोलिक चर्च में अलग-अलग विशेष आयोजन किए गए हैं। 

शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस बार क्रिसमस से लेकर नए साल तक का समय काफी खास रहने वाला है। हिमाचल प्रदेश के हर एक पर्यटन स्थल पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हिमाचल में नया साल सेलिब्रेट करने के लिए काफी संख्या में पर्यटक रुख कर रहे हैं। आज क्रिसमस का त्यौहार है और इस दिन पहाड़ों की रानी शिमला में क्राइस्ट चर्च और कैथोलिक चर्च में अलग-अलग विशेष आयोजन किए गए हैं। 

शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर बने चर्च में आज सुबह से ही विशेष पूजा आयोजित की गई। ऐसा पहली बार हुआ है जब चर्च में पहाड़ी नाटी का आयोजन किया गया। क्रिसमस पर शिमला की स्थानीय लड़कियों ने हिमाचल की संस्कृति को दर्शाते हुए पहाड़ी परिधानों में क्राइस्ट चर्च के अंदर पहाड़ी नाटी की। उसके बाद चर्च में प्रार्थना की गई। 


शिमला पहुंचे पर्यटकों ने बताया कि वो कई बार शिमला घूमने के लिए आए हैं। मगर चर्च आकर उन्होंने कभी अंदर से इसे नहीं देखा था। ब्रिटिश काल में बने इस ऐतिहासिक चर्च को आज देकर उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा कि शिमला पहुंचकर उन्हें उम्मीद थी कि इस बार भी उन्हें व्हाइट क्रिसमस देखने को मिलेगा। मगर बर्फबारी न होने से निराशा जरूर हुई है।

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