दिव्यांग युवक के आरोप गंभीर हैं, मुख्यमंत्री का ऐसे सवाल पूछना संवेदनहीनता : जयराम

रोहड़ू निवासी दिव्यांग लकी का आरोप है कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने उनसे सवाल किया कि आप तो दृष्टिहीन हैं, आपको दिखाई नहीं देता है, आप क्या करेंगे।जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह की बात करना संवेदनहीनता है।
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नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिले दृष्टिबाधित युवक के लगाए गए आरोप बहुत गंभीर हैं। एक मुख्यमंत्री का दिव्यांग से इस तरह की बातें करना शर्मनाक है। गौरतलब है कि नौकरी की मांग कर रहे दिव्यांग युवा हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मिले थे। 

शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिले दृष्टिबाधित युवक के लगाए गए आरोप बहुत गंभीर हैं। एक मुख्यमंत्री का दिव्यांग से इस तरह की बातें करना शर्मनाक है। गौरतलब है कि नौकरी की मांग कर रहे दिव्यांग युवा हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मिले थे। 

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिले दृष्टिबाधित युवक के लगाए गए आरोप बहुत गंभीर हैं। एक मुख्यमंत्री का दिव्यांग से इस तरह की बातें करना शर्मनाक है। गौरतलब है कि नौकरी की मांग कर रहे दिव्यांग युवा हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मिले थे। 

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मुख्यमंत्री से मिलने वाले रोहड़ू निवासी दिव्यांग लकी का आरोप है कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने उनसे सवाल किया कि आप तो दृष्टिहीन हैं, आपको दिखाई नहीं देता है, आप क्या करेंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह की बात करना संवेदनहीनता है। आज दिव्यांगजन देश-दुनिया में एक से बढ़कर एक काम कर रहे हैं। खेलों से लेकर विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में नाम कर रहे हैं। ऐसे में इस तरह के बेतुके सवाल का कोई औचित्य नहीं हैं। 

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नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को किसी भी मामले की गंभीरता समझनी होती है। पिछले हफ्ते जेओए आईटी का रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे युवाओं से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा था कि कैबिनेट मंत्रियों को मनाइए। कुछ मंत्री हैं जो रिजल्ट नहीं जारी कर रहे हैं और आज एक दिव्यांग युवक द्वारा मुख्यमंत्री पर इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना तरीके से सवाल करने के आरोप लग रहे हैं। यह दुःखद है।

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सरकार को गंभीरता से काम करने की जरूरत 

जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार किसी भी मामले में गंभीर नहीं है। इसीलिए लोगों में असंतोष का माहौल है। 13 महीनें के कार्यकाल में प्रदेश का हर वर्ग सरकार के खिलाफ़ सड़क पर है। सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। मुख्यमंत्री को यह सोचना होगा कि आखिर हर वर्ग में नाराजगी क्यों हैं और उसे कैसे दूर किया जाए। मगर सरकार सिर्फ झूठ के सहारे काम चलाना चाह रही है। अब ऐसा नहीं होगा। सरकार को अपने वादे पूरे करने पड़ेंगे। विकास के कामों को रफ्तार देनी पड़ेगी। 

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