Mandi News: मस्याणी की चम्पा ने बड़ी बहन को किडनी देकर दिया नया जीवन

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में छोटी बहन ने बड़ी बहन को किडनी देकर नया जीवन दिया है। भरनाल पंचायत की जुड़वां बहनों ने रिश्ते को सार्थक करते हुए मिसाल कायम की। मीना और चम्पा देवी जुड़वा बहनें हैं।
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हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में छोटी बहन ने बड़ी बहन को किडनी देकर नया जीवन दिया है। मामला सरकाघाट उपमंडल का है। भरनाल पंचायत की जुड़वां बहनों ने रिश्ते को सार्थक करते हुए मिसाल कायम की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मीना और चम्पा देवी जुड़वा बहनें हैं। वर्ष 2021 में मीना बीमार हुई तो परिजन उपचार के लिए उसे पीजीआई चंडीगढ़ ले गए। जांच कर चिकित्सकों ने बताया कि मीना की दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं। ट्रांसप्लांट कर मीना की जिंदगी को बचाया जा सकता है।

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में छोटी बहन ने बड़ी बहन को किडनी देकर नया जीवन दिया है। मामला सरकाघाट उपमंडल का है। भरनाल पंचायत की जुड़वां बहनों ने रिश्ते को सार्थक करते हुए मिसाल कायम की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मीना और चम्पा देवी जुड़वा बहनें हैं। वर्ष 2021 में मीना बीमार हुई तो परिजन उपचार के लिए उसे पीजीआई चंडीगढ़ ले गए। जांच कर चिकित्सकों ने बताया कि मीना की दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं। ट्रांसप्लांट कर मीना की जिंदगी को बचाया जा सकता है।

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इसके बाद मीना के परिजन किडनी की तलाश में जुट गए और उसका उपचार शुरू करवाया। जब छोटी बहन चम्पा से इस संबंध में बात की गई तो वह तुरंत किडनी देने के लिए तैयार हो गई। चम्पा और मीना दोनों का ब्लड ग्रुप एक ही था और किडनी से संबंधित अन्य टेस्ट भी सही पाए गए। इसके बाद पीजीआई चंडीगढ़ के चिकित्सकों ने शुक्रवार को किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन किया।


एक ही दिन हुई दोनों की शादी

भरनाल में 1972 में बृजलाल ठाकुर के घर में जुड़वां बेटियां पैदा हुईं। 1991 में मस्यानी ग्राम में एक ही दिन दोनों की शादी हुई। पांच साल पहले बड़ी बहन अचानक बीमार हो गई। किडनी की बीमारी ने उसका जीवन दाव पर लगा दिया। चंडीगढ़ में सालों तक इलाज करवाने के बाद डॉक्टर ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी। जब बड़ी बहन मीना की दोनों किडनियां खराब होने का पता चला तो छोटी बहन चम्पा ने किडनी देने का मन बनाया।


27 जनवरी को हुई ट्रांसप्लांट

परिवार वालों ने भी इस पर रजामंदी दी। प्रत्यारोपण को लेकर जांच की गई। इसके बाद 27 जनवरी को पीजीआई चंडीगढ़ में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ। यहां पर अब दोनों स्वस्थ हैं। बड़ी बहन के पति रामलाल और भाई सरोज कुमार ने कहा कि चम्पा ने अपनी किडनी देकर जो काम किया है वह कोई नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि रजामंदी और सभी रिश्तेदारों की सहमति से सफल ट्रांसप्लांट हुआ। दोनों परिवारों के सदस्य अब खुश हैं।

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