Shrikhand Mahadev Yatra के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू, जानें कैसे करें यात्रा

यात्रा के लिए 250 रुपये पंजीकरण शुल्क रखा है। श्रद्धालु https://shrikhandyatra.hp.gov.in/ पर लॉग इन कर पंजीकरण कर सकते हैं। बेस कैंप में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी रहेगी।
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एसडीएम मनमोहन सिंह ने बताया कि ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो चुका है। यात्रा के लिए 250 रुपये पंजीकरण शुल्क रखा है। श्रद्धालु https://shrikhandyatra.hp.gov.in/ पर लॉग इन कर पंजीकरण कर सकते हैं। बेस कैंप में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी रहेगी। इस बार अधिक हिमपात होने से ग्लेशियर बने हैं। इस कारण यह यात्रा अधिक जोखिम भरी है। प्रशासनिक तौर से शुरू यात्रा के दौरान बेस कैंप में रेस्क्यू, मेडिकल और प्रशासन की टीमें मौजूद रहेंगी।

अमरनाथ से भी कठिन मानी जानी वाली उत्तर भारत की धार्मिक यात्राओं में शुमार श्रीखंड महादेव यात्रा (Shrikhand Mahadev Yatra 2024) इस बार 14 जुलाई से शुरू होने जा रही है। 14 से 27 जुलाई तक श्रीखंड ट्रस्ट की निगरानी में श्रीखंड महादेव की यात्रा होगी। श्रीखंड ट्रस्ट ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार यात्रियों के शॉर्टकट से जाने पर प्रतिबंध रहेगा। यानी यात्री शॉर्टकट रास्तों से सफर नहीं कर सकेंगे। ऐसे में यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू हो गया है।

एसडीएम मनमोहन सिंह ने बताया कि ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो चुका है। यात्रा के लिए 250 रुपये पंजीकरण शुल्क रखा है। श्रद्धालु https://shrikhandyatra.hp.gov.in/ पर लॉग इन कर पंजीकरण कर सकते हैं। बेस कैंप में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी रहेगी। इस बार अधिक हिमपात होने से ग्लेशियर बने हैं। इस कारण यह यात्रा अधिक जोखिम भरी है। प्रशासनिक तौर से शुरू यात्रा के दौरान बेस कैंप में रेस्क्यू, मेडिकल और प्रशासन की टीमें मौजूद रहेंगी।

इस बार यात्रा को पांच सेक्टरों में बांटा गया है। इसमें सिंहगाड, थाचड़ू, कुनशा, भीम ड्वार और यात्रा के अंतिम बेस कैंप पार्वती बाग में प्रशासन द्वारा बेस कैंप स्थापित किए जाएंगे। इसमें सेक्टर मजिस्ट्रेटों और उनके साथ पुलिस अधिकारी, इंचार्ज की नियुक्ति की जाएगी। इन बेस कैंपों में मेडिकल स्टाफ, राजस्व और रेस्क्यू टीम तैनात रहेगी। इस वर्ष यात्रा में पहली बार बचाव दल एसडीआरएफ की यूनिट को यात्रा के अंतिम बेस कैंप पार्वती बाग में तैनात किया जाएगा।

श्रीखंड महादेव 18570 फीट ऊंचाई पर स्थित है, यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग 32 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। इस यात्रा को अमरनाथ यात्रा से भी कठिन माना जाता है। श्री खंड यात्रा में 15 साल से कम आयु के व्यक्ति शामिल नहीं हो सकते हैं। यात्रा के लिए सिंहगाड, थाचड़ू, भीमडवारी और पार्वतीबाग में कैंप स्थापित हैं। सिंहगाड में पंजीकरण और मेडिकल चेकअप की सुविधा है, जबकि विभिन्न स्थानों पर रुकने और ठहरने की सुविधा है। कैंपों में डॉक्टर, पुलिस और रेस्क्यू टीमें तैनात रहती हैं। यात्रा के तीन पड़ाव सिंहगाड़, थाचड़ू और भीम डवार हैं।

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