हिमाचल में पैरा ग्लाइडिंग फ्लाइट हुई महंगी, अब चुकाने होंगे इतने रुपये

मौजूदा 3200 रुपये की दरें वर्ष 2016 में तय की गई थी। अब केवल 10 फीसदी से भी कम वृद्धि करके 300 रुपये बढ़ाने की संस्तुति की गई है।
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हिमाचल में पैराग्लाइडिंग Paragliding Site In Himachal, kullu Paragliding

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को अब पैराग्लाइडिंग का लुत्फ लेने के लिए अपनी जेब थोड़ी और ढीली करनी पड़ेगी। कुल्लू जिला में सिंगल फ्लाइट पैराग्लाइडिंग के लिए 3500 रुपये चुकाने होंगे। पहले कुल्लू जिला में 3200 रुपये में सिंगल फ्लाईट का लुत्फ उठाया जा सकता था। अब सिंगल फ्लाईट के लिए 3200 की जगह 3500 रुपये चुकाने होंगे। यह फैसला एयरो स्पोर्टस् एवं रिवर राफ्टिंग नियमन समिति की बैठक में लिया गया। 

एयरो स्पोर्टस् एवं रिवर राफ्टिंग नियमन समिति की बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने की। गौरतलब है कि मौजूदा 3200 रुपये की दरें वर्ष 2016 में तय की गई थी। अब केवल 10 फीसदी से भी कम वृद्धि करके 300 रुपये बढ़ाने की संस्तुति की गई है। इसी प्रकार, रिवर राफ्टिंग की दरों में में स्ट्रैच की लंबाई को ध्यान में रखते हुए बढ़ौतरी की गई है। यह बढ़ौतरी बैठक में उपस्थित रिवर राफ्टिंग व पैरा ग्लाईडिंग एसोसिएशनों की सहमति से की गई है।


आशुतोष गर्ग ने कहा कि सैलानियों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता। इसके लिए नियमों के अनुसार ही साहसिक खेल गतिविधियां की जानी चाहिए। कहा कि ओवर चार्जिंग की शिकायतें भी आई हैं। पर्यटकों से किसी प्रकार की धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रिवर राफ्टिंग तथा पैरा ग्लाईडिंग के सभी स्थलों की अलग-अलग एसोसिएशनों का गठन किया जाए और संचालन के लिए सिंगल विंडो प्रणाली को लागू की जाए। 


उन्होंने कहा कि सोलंग वैली की तर्ज पर पंजीकरण एक ही जगह पर हो और वहीं से राफ्ट एलॉट भी होगा। इसमें सभी संचालकों को बारी-बारी से मौका मिल सकेगा। एसोसियेशन के पदाधिकारियों ने भी इस बात पर अपनी सहमति जताई। उपायुक्त ने कहा कि मुख्य स्थलों पर साईन बोर्ड व होर्डिंग के माध्यम से रिवर राफ्टिंग व पैरा ग्लाइडिंग के स्थलों तथा दरों का पूर्ण ब्यौरा प्रदर्शित किया जाना चाहिए।


उपायुक्त ने इस सारी प्रक्रिया के लिये एक सप्ताह का समय राफ्ट संचालकों व पैरा ग्लाइडिंग संचालकों को दिया है। उसके उपरांत समिति इसे लागू करवाने के लिये सख्त कदम उठाएगी। आशुतोष गर्ग ने कहा कि रिवर राफ्टिंग तथा पैरा ग्लाइडिंग के रूट पूर्व निर्धारित हैं और इनमें किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया जाना चाहिए। नियमों का उल्लंघन करने पर रूट को बंद भी किया जा सकता है।  


उपायुक्त ने इन स्थलों पर शौचालय व चेंजिंग रूम की सुविधा का सृजन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि वन विभाग इस सुविधा का सृजन करेगा और इसके लिये पर्यटन विभाग के माध्यम से एसोसिएशन द्वारा आंशिक धनराशि हर महीने दी जाएगी। स्वच्छता और सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि बिना अनुमति के कोई भी व्यक्ति साहसिक गतिविधियों को नहीं करवा सकता। कोई ऐसा करता है तो सख्त कारवाई की जाएगी।


बैठक में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक एवं समिति के उपाध्यक्ष अरविंद नेगी, एसडीएम विकास शुक्ला, वन मण्डलाधिकारी एश्वर्य चौहान, जिला अध्यक्ष साहसिक खेलें श्याम अत्री के अलावा रिवर राफ्टिंग, टूअर आप्रेटर्ज व पैरा ग्लाइडिंग एसोसियेशनों के पदाधिकारियों में सिकंदर ठाकुर, शिव चंद, ओम प्रकाश, नेगी, कपिल नेगी, रवि, जोगेन्द्र ठाकुर सहित अन्य हितधारक भी बैठक में उपस्थित रहे।

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