हिमाचल में बनेंगे 2050 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, सुक्खू सरकार बच्चों को देगी ये सुविधाएं

हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने प्रदेश में 2050 इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने सोमवार को यह जानकारी दी।
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हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने प्रदेश में 2050 इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2050 उत्कृष्ट स्कूल स्थापित करने का निर्णय लिया है। अगले शैक्षणिक शिक्षा सत्र से सरकारी स्कूलों में भी छात्रों को इंग्लिश मीडियम में शिक्षा ग्रहण करने की सुविधा रहेगी।     कृषि मंत्री सोमवार को राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डुगियारी के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। कृषि मंत्री ने कहा कि शिक्षा पद्धति में सुधार और बच्चों को आधुनिक माध्यमों से शिक्षा उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत 17 हजार से अधिक प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है।

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने प्रदेश में 2050 इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2050 उत्कृष्ट स्कूल (स्कूल ऑफ एक्सीलेंस)  स्थापित करने का निर्णय लिया है। अगले शैक्षणिक शिक्षा सत्र से सरकारी स्कूलों में भी छात्रों को इंग्लिश मीडियम में शिक्षा ग्रहण करने की सुविधा रहेगी। 

कृषि मंत्री सोमवार को राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डुगियारी के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। कृषि मंत्री ने कहा कि शिक्षा पद्धति में सुधार और बच्चों को आधुनिक माध्यमों से शिक्षा उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत 17 हजार से अधिक प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने कहा कि डॉ. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना आरम्भ कर  प्रदेश के पात्र विद्यार्थियों को व्यावसायिक तथा तकनीकी शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज की दर पर ऋण के लिए अधिकतम 20 लाख रुपये तक शैक्षणिक ऋण का प्रावधान किया गया है। उन्होंने छात्रों को वार्षिक उत्सव की बधाई देते हुए कहा कि जीवन मे सफलता प्राप्त करने के लिये अनुशासन और कड़ी मेहनत को अपना साथी बनाए।


कृषि और पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि शिक्षक बच्चों के लिए सबसे बड़े प्रेरक और मार्गदर्शक होते हैं जिनसे बच्चे आगे बढ़ने की प्रेरणा लेते हैं। जीवन में ऊँचा मुकाम हासिल करते हैं। इस अवसर पर बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने मेधावी बच्चों को पुरस्कृत भी किया तथा विद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये 21 हजार देने की स्वीकृति भी प्रदान की। 

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