Dharamshala: प्रतिभा की तलाश में हिमाचल प्रदेश में शुरू होगा खेल महाकुंभ
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के सभी संसदीय क्षेत्रों में खेल महाकुंभ आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने रविवार को धर्मशाला के होटल धौलाधार के सभागार में सांसद खेल महाकुंभ को लेकर आयोजित कांगड़ा संसदीय क्षेत्र की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। इस दौरान कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर विशेष रूप से उपस्थित थे।
पठानिया ने कहा कि शिमला, मंडी में भी बैठकें की जाएंगी और इन संसदीय क्षेत्रों में भी खेल महाकुंभ की रणनीति तैयार की जाएगी। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में पहले से ही सांसद खेल महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। सांसद खेल महाकुंभ प्रतियोगिता को प्रतिभा खोज के रूप में पूरे प्रदेश में आरंभ किया जाएगा ताकि पूरा प्रदेश केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की सोच का लाभ उठा सके।
उन्होंने कहा कि खेल महाकुंभ में बॉलीवाल, कब्बडी, खो-खो, रेसलिंग, क्रिकेट, एथलेटिक्स, बैडमिंटन तथा कुश्ती को शामिल किया जाएगा। विजेताओं को प्रदेश सरकार प्रमाण पत्र भी जारी करेगी, ताकि नौकरी में खिलाड़ियों को इसका लाभ मिल सके। इस महाकुंभ में लड़कियों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव तथा हिमाचल प्रदेश के स्वर्णिम 50 वर्ष को भी इस आयोजन के साथ जोड़ा जाएगा।
पठानिया ने कहा कि इस प्रतिस्पर्धा में युवा मोर्चा को 50 फीसदी पार्टनर के रूप में शामिल किया गया है। खेल महाकुंभ में पंचायत फर्स्ट यूनिट, विधानसभा क्षेत्र दूसरी यूनिट और संसदीय क्षेत्र तीसरी यूनिट होगी। इंटर पार्लियामेंट कम्पीटीशन के लिए सभी संसदीय क्षेत्रों से विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं की दो-दो टीमें ली जाएंगी तथा शीर्ष प्रतिभा को सामने लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना से खेलों को काफी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि खेल महाकुंभ में विधानसभा स्तर पर स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी। इसके लिए युवा मोर्चा को स्थान चिन्हित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। खेल महाकुंभ में क्रिकेट भी शामिल है, जिसके इन्टरनल फाईनल एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला में करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर प्रतिस्पर्धा का एक-एक फाईनल हर विधान सभा में करवाए जाने का प्रयास किया जाएगा।
सांसद किशन कपूर ने कहा कि खेल महाकुंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का नए भारत का सपना है। भारत एक युवा देश है परन्तु प्रायः यह देखने में आ रहा है कि युवा पीढ़ी नशे के दलदल में फंसती जा रही है। चाहे शिक्षा संस्थान हों या अन्य कोई संस्थान दिन प्रति-दिन नशे का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे जैसी बुराई से दूर रखने के लिए ऐसे खेलों के आयोजनों का विशेष महत्व है।
उन्होंने कहा कि युवा शक्ति देश की बहुमूल्य सम्पदा है और युवाओं की प्रतिभा, ऊर्जा एवं क्षमता का सदुपयोग कर एवं उनमें अनुशासन की भावना का विकास कर सुदृढ़ समाज, विकसित प्रदेश व सशक्त राष्ट्र का निर्माण संभव है। केन्द्र सरकार तथा प्रदेश सरकार ने लोगों के कल्याणार्थ कई योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का पूर्ण रूप से प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि आम लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिल सके।
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