Himachal Election : कांगड़ा-चम्बा सीट से भाजपा प्रत्याशी राजीव भारद्वाज ने भरा नामांकन पत्र

हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनावों के लिए नामांकन प्रक्रिया चाैथे दिन भी जारी है। शुक्रवार को कांगड़ा-चंबा संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी डाॅ. राजीव भारद्वाज ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
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हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनावों के लिए नामांकन प्रक्रिया चाैथे दिन भी जारी है। शुक्रवार को कांगड़ा-चंबा संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी डाॅ. राजीव भारद्वाज ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके दाैरान डाॅ. राजीव भारद्वाज ने जनसभा की। इस दाैरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल, सांसद किशन कपूर, पूर्व मंत्री विपिन परमार, धर्मशाला विधानसभा सीट से प्रत्याशी सुधीर शर्मा सहित अन्य नेता माैजूद रहे। 

हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनावों के लिए नामांकन प्रक्रिया चाैथे दिन भी जारी है। शुक्रवार को कांगड़ा-चंबा संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी डाॅ. राजीव भारद्वाज ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके दाैरान डाॅ. राजीव भारद्वाज ने जनसभा की। इस दाैरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल, सांसद किशन कपूर, पूर्व मंत्री विपिन परमार, धर्मशाला विधानसभा सीट से प्रत्याशी सुधीर शर्मा सहित अन्य नेता माैजूद रहे। 

बता दें कि कांग्रेस के प्रत्याशी आनंद शर्मा ने वीरवार को अपना नामांकन पत्र भर दिया था। कांगड़ा-चम्बा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के रिश्तेदार राजीव भारद्वाज को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा को टिकट दिया है। भारद्वाज और शर्मा दोनों ही पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

आनंद शर्मा ने 982 में शिमला से विधानसभा चुनाव लड़ा था और भाजपा उम्मीदवार दौलत राम चौहान से 200 वोटों के मामूली अंतर से हार गए थे। उन्हों ने चुनाव परिणाम को हिमाचल हाईकोर्ट में चुनौती दी थी, जिसने चुनाव को रद्द कर दिया था। हालांकि, आनंद शर्मा ने दोबारा विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा, क्योंकि तब तक उन्हें राज्यसभा के लिए नामांकित कर दिया गया था। वह कई बार राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं।

भारद्वाज पिछले लगभग चार दशकों से भाजपा संगठन में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। वह 2017 से 2022 तक पिछली भाजपा सरकार के दौरान कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक (KCCB) के अध्यक्ष रह चुके हैं। कांगड़ा संसदीय चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि 1980 के दशक तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा था।

जनता दल के कंवर दुर्गा चंद 1977 में कांगड़ा सीट जीतने वाले किसी अन्य पार्टी के पहले सांसद थे। हालांकि, 1990 के दशक के बाद से पिछले तीन दशकों में, भाजपा ने आठ में से छह चुनाव जीतकर कांगड़ा सीट पर अपना दबदबा कायम किया है। कांगड़ा संसदीय सीट पर भाजपा ने लगातार तीन बार 2009, 2014 और 2019 में जीत हासिल की है।

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