Himachal Politics : उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान बोले, पार्टी को मां का दर्जा देने वालों ने पीठ पर घोंपा छुरा

Lok Sabha Elections 2024: स्वास्थ्य मंत्री धनी राम और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि भाजपा की चरित्र हिमाचल की जनता के सामने आ गया है। जनता आने वाले चुनाव में इसका जवाब देगी। हिमाचल में आया राम-गया राम की संस्कृति नहीं चलेगी।

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Himachal Pradesh Lok Sabha Elections 2024 : हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में एक जून को लोकसभा चुवा के लिए मतदान होगा। प्रदेश की चार लोकसभा सीट पर चुनाव के साथ ही छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की भी घोषणा हो चुकी है। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं। ऐसे में इन तीन विधानसभा क्षेत्र में भी जल्द ही उपचुनाव करवाने की घोषणा की संभावना है। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के सियासत में उठापटक मची हुई है।

Himachal Pradesh Lok Sabha Elections 2024 : हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में एक जून को लोकसभा चुवा के लिए मतदान होगा। प्रदेश की चार लोकसभा सीट पर चुनाव के साथ ही छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की भी घोषणा हो चुकी है। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं। ऐसे में इन तीन विधानसभा क्षेत्र में भी जल्द ही उपचुनाव करवाने की घोषणा की संभावना है। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के सियासत में उठापटक मची हुई है।

शनिवार को ही कांग्रेस से बगावत करने वाले सभी छह नेताओं के साथ ही तीन निर्दलीयों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा का दाम थाने वालों में सुधीर शर्मा, राजिंद्र राणा, आईडी लखनपाल, आशीष शर्मा, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर, देवेंद्र भुट्टो, केएल ठाकुर और होशियार सिंह हैं। इस बीच कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने भाजपा पर जोरदार निशाना साधा है।


स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने संयुक्त बयान में कहा कि भाजपा की चाल, चेहरा और चरित्र प्रदेश की जनता के सामने बेनकाब हो गया है। कांग्रेस के बागी नेताओं के भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने से यह बात साफ हो गई है कि इस पूरे षड्यंत्र के पीछे भाजपा नेताओं का सत्ता लोभ ही था। भाजपा की शह पर ही बागियों ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को गिराने की साजिश रची और जन भावनाओं से खिलवाड़ किया है। यही नहीं, भाजपा के प्रभाव में आकर ही बागियों ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के विरुद्ध वोट दिया।


उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि वह नेता कांग्रेस पार्टी पर आज सवाल उठा रहे हैं, जिन्हें पार्टी ने हाथ के चुनाव चिह्न पर चुनाव जितवाया, सम्मान दिया और विभिन्न पदों पर सुशोभित किया। सच तो यह है कि सभी बागी निजी स्वार्थ के कारण कांग्रेस पार्टी से बाहर गए हैं। इसका प्रदेश की जनता के हित से कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस को अपनी मां का दर्जा देने वालों ने अपनी मां की पीठ में छुरा घोंपा है और भाजपा की कठपुतली बन गए हैं। छह बागी नेताओं ने प्रदेश के इतिहास में अवसरवादी राजनीति का एक काला अध्याय जोड़ दिया है। 


शिमला में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर चुनौती का सामना करने में सक्षम है और पार्टी के सभी नेता व कार्यकर्ता एकजुट हैं। जनता ही कांग्रेस पार्टी की ताकत है। आने वाले लोकसभा चुनाव और उपचुनाव में प्रदेश के मतदाता धन-बल की राजनीति को करारा जवाब देगी। कांग्रेस के प्रत्याशी बड़े अंतर से विजयी होंगे और प्रदेश की जनता स्वार्थी ताकतों और लोकतंत्र का मजाक बनाने वालों को सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता का समर्थन मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ है। हिमाचल में आया राम-गया राम की संस्कृति नहीं चलेगी।

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