हिमाचल में पहला सीएनजी स्टेशन, ऊना से प्रदेशभर के घरों में पाइप से मिलेगी गैस
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने जिला ऊना के हरोली क्षेत्र के बाथू स्थित हिमाचल प्रदेश के पहले सीएनजी स्टेशन का शुभारंभ शुक्रवार को किया। इस अवसर पर कंपनी के निदेशक (विपणन) सुखमल कुमार जैन मुख्य अतिथि थे, जबकि विशेष अतिथि के रूप में बिजनेस हेड अक्षय वाधवा, परियोजनाएं और विपणन (गैस) के मुख्य महाप्रबंधक रौफ एम खान, और उत्तर क्षेत्र के प्रमुख अनूप तनेजा मौजूद रहे।
बाथू में शुरू हुए इस मदर स्टेशन से रोजाना 80 हजार यूनिट सीएनजी की आपूर्ति जिला ऊना सहित प्रदेश भर के लिए होगी। भविष्य में इस क्षेत्र से जुड़े गांवों, औद्योगिक क्षेत्र बाथू-बाथड़ी, टाहलीवाल तथा बल्क ड्रग पार्क को भी पीएनजी और सीएनजी की आपूर्ति यहीं से सुनिश्चित की जाएगी। वाहनों की सीएनजी आपूर्ति भी यहीं से की जाएगी। सभी प्रमुख अधिकारियों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधरोपण किया और स्टेशन संचालन और सुविधाओं का निरीक्षण किया।
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के हिमाचल के प्रादेशिक प्रबंधक अनुपम श्रीवास्तव ने सभी पदाधिकारियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया। बिजनेस हेड अक्षय वाधवा ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर सरकार का दृष्टिकोण है कि गैस का अधिकतम उपयोग हो। ऊना में सीजीएस एवं मदर स्टेशन का उद्घाटन प्रदेश का पहला पीएनजी स्टेशन है, जिससे प्रदेश भर में गैस की उपलब्धता सुनिश्चित होगी और हिमाचल को हरित राज्य के रूप में बढ़ावा मिलेगा।
बाथू मदर स्टेशन से 27 सीएनजी स्टेशनों को बस, ऑटो, कार आदि के लिए सीएनजी की उपलब्धता मिलेगी। औद्योगिक इकाइयों, होटल, रेस्टोरेंट और घरेलू उपभोक्ताओं को पाइप्ड नेचुरल गैस प्रदान की जाएगी। वर्तमान में जिले में पाइप्ड नेचुरल गैस के करीब 4500 घरेलू और 30 से ज्यादा व्यावसायिक उपभोक्ता हो गए हैं। मदर स्टेशन बाथू से हिमाचल के ऊना सहित बिलासपुर, हमीरपुर व अन्य जिलों तक पीएनजी की निर्बाध सप्लाई मिलेगी।
पाइप्ड नैचुरल गैस के फायदे
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पर्यावरण संरक्षण: पीएनजी और सीएनजी के उपयोग से वायु प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों के उपयोग से हिमाचल प्रदेश को हरित राज्य बनाने में मदद मिलेगी।
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सस्ती और सुलभ गैस: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों को सस्ती दर पर रसोई गैस की उपलब्धता होगी, जिससे सिलिंडर ढोने के झंझट से छुटकारा मिलेगा। पीएनजी के माध्यम से गैस की निरंतर और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
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औद्योगिक विकास: औद्योगिक क्षेत्र बाथू-बाथड़ी, टाहलीवाल और बल्क ड्रग पार्क को पीएनजी की निर्बाध आपूर्ति से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे उद्योगों की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी और आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।
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वाहन ईंधन: सीएनजी की उपलब्धता से बस, ऑटो, और कारों के लिए सस्ता और स्वच्छ ईंधन मिलेगा, जिससे वाहनों के परिचालन लागत में कमी आएगी और पर्यावरण को भी लाभ होगा।
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घरेलू सुविधा: पाइप्ड नैचुरल गैस के उपयोग से घरेलू उपभोक्ताओं को निरंतर और सुरक्षित गैस की आपूर्ति मिलेगी, जिससे जीवन स्तर में सुधार होगा। खाना बनाने की प्रक्रिया अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगी।
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स्थानीय रोजगार: इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। नई नौकरियों के सृजन से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
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ऊर्जा सुरक्षा: पीएनजी और सीएनजी की उपलब्धता से प्रदेश में ऊर्जा सुरक्षा में वृद्धि होगी। इससे प्रदेश को बाहरी ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम होगी और स्थानीय ऊर्जा संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो सकेगा।
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सामाजिक और आर्थिक विकास: पीएनजी और सीएनजी के उपयोग से प्रदेश में सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। सस्ती और सुलभ ऊर्जा स्रोतों की उपलब्धता से लोगों की जीवनशैली में सुधार होगा और प्रदेश की आर्थिक समृद्धि में वृद्धि होगी।
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