लगातार बारिश से हिमाचल बेहाल: लाहौल में बाढ़, हाईवे बंद, मानसून में अब तक 229 की मौत
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लाहौल स्पीति जिले में सोमवार शाम को धोधंल और चंगुट नाले में आई बाढ़ के कारण सड़क अवरुद्ध हो गई थी। विधायक अनुराधा राणा ने बताया कि विभाग की टीम सुबह 6 बजे रवाना हो चुकी है और दोनों पॉइंट्स को जल्द बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि चंद्रभागा नदी में उफान के कारण सोमवार को लाहौल के जोबरंग पुल के ऊपर से भी पानी बह रहा था, जिससे प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। हिमाचल प्रदेश में बीते दो दिनों से रुक-रुक कर मूसलाधार बारिश हो रही है। चंडीगढ़-मनाली हाईवे भी लगातार भूस्खलन के कारण बार-बार खुल रहा और बंद हो रहा है।
कुल्लू की सैंज घाटी से लगातार भूस्खलन के वीडियो सामने आ रहे हैं। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए प्रदेशभर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रात को भूस्खलन के चलते बंद हुआ चंडीगढ़-मनाली हाईवे अब खुल गया है और जोगणी माता मंदिर के पास से मलबे को हटा दिया गया है।
राजधानी शिमला में भी नुकसान
शिमला के मौसम विभाग ने सुबह नौ बजे जारी अलर्ट में कांगड़ा और चंबा में भारी बारिश का अनुमान लगाया है। शिमला में देर रात से जारी बारिश के कारण कई इलाकों में पेड़ गिरे हैं। विकास नगर में पेड़ गिरने से एक भवन की छत टूट गई, वहीं टूटी कंडी में कई पेड़ गिरने से गाड़ियों को नुकसान हुआ है।
मॉनसून से भारी क्षति
इस मॉनसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में अब तक 229 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोग लापता हैं। इसमें सड़क हादसे भी शामिल हैं। भारी बारिश से 2007 करोड़ रुपये की निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ है। प्रदेश में अब तक भूस्खलन की 54, अचानक बाढ़ की 59 और बादल फटने की 30 घटनाएं दर्ज की गई हैं। मंडी जिले में ये घटनाएं सबसे अधिक हुई हैं।
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