Arts और Sciences स्ट्रीम की अलग वरिष्ठता सूचियाँ न बना सका शिक्षा विभाग
हमीरपुर । प्रारम्भिक शिक्षा में रीढ़ की हड्डी माने जाने वाले प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा संकाय आधार पर भर्ती किए जाते हैं। टीजीटी मेडिकल ( TGT Medical) , टीजीटी नॉन-मेडिकल (TGT Non Medical) पद विज्ञान संकाय और टीजीटी आर्ट्स ( TGT Arts) के पद कला संकाय के तहत भरे जाते हैं। संकाय के आधार पर ही इनकी शैक्षिक योग्यताएँ तय की जाती हैं और इनके लिए भर्ती परीक्षा भी अलग-अलग ही होती है । बैच आधार पर भर्ती के समय भी संकाय आधारित काऊन्सलिंग की जाती है और मैरिट भी संकाय अनुसार बनाकर नियुक्ति की जाती है ।
मगर शिक्षा विभाग में सेवा ज्वाईन कर लेने के बाद जब वरिष्ठता का निर्धारन शिक्षा विभाग करता है तो संकाय आधारित अलग-अलग वरिष्ठता नहीं बनाई जाती, अपितु साईन्स और आर्ट्स स्ट्रीम के समस्त टीजीटी की सांझी वरिष्ठता बनाई जाती है जिसके कारण न तो संकाय आधारित टीजीटी से प्रवक्ता पदोन्नति की सही वरिष्ठता बन पाती है और न ही उचित वरिष्ठता का लाभ संकाय विशेष के शिक्षकों को मिल पाता है ।
ऐसे में राजकीय टीजीटी (TGT) कला संघ प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल और महासचिव विजय हीर सहित समूची जिला और राज्य कार्यकारिणी सदस्यों ने प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग से हरियाणा की तर्ज़ पर टीजीटी (TGT) कैडर में विषय आधारित पदनाम देने का व्यापक सुधार करने और संकाय आधारित वरिष्ठता सूचियों का निर्धारण करने की अपील की है । प्रदेश में कक्षा 6 से 10 हेतु टीजीटी, सीएंडवी, पीईटी , शास्त्री , एलटी जैसे श्रेणी विभाजन हैं, जबकि हरियाणा में हर विषय का शिक्षक टीजीटी (TGT) पदनाम वाला है । इस तरह उसी विषय का शिक्षक अपने शिक्षण विषय में पढ़ा रहा पीजीटी (PGT) प्रमोट होता है । प्रदेश में कला संकाय विषयों में अधिकतम प्रमोशन टीजीटी साईन्स को ही मिल रही है जिससे खफा शिक्षक इस मामले में हाईकोर्ट जा चुके हैं । हरियाणा में टीजीटी आर्ट्स (TGT Arts) पदनाम ड्राईंग शिक्षकों को मिला है जबकि टीजीटी इंग्लिश और टीजीटी सामाजिक अध्ययन पदनाम इन विषयों के शिक्षकों को मिला है। इसके अलावा संघ ने जी.एस बाली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है ।
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रिटायरमेंट के कगार पर बैठे शिक्षकों को दे रहे नेतृत्व प्रशिक्षण
टीजीटी (TGT) कला संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर (Vijay Heer) ने बताया कि डाईट हमीरपुर में नवंबर माह में होने जा रहे स्कूल मुखिया नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर में ऐसे शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं जिनकी सेवानिवृत्ति अगले माह होने वाली है । संघ ने एसएस परयोजना निदेशक से अपील की है की स्कूल नेतृत्व प्रशिक्षण ऐसे स्कूल मुखियाओं को दें जिनकी सेवानिवृत्ति में न्यूनतम 6 माह शेष हों ताकि ट्रेनिंग लेकर वह स्कूल में कुछ सुधार कर दिखाए । जिन स्कूलों में स्कूल मुखिया की सेवानिवृत्ति 6 माह के भीतर है , वहाँ किसी अन्य वरिष्ठ शिक्षक को यह प्रशिक्षण देना ज्यादा सार्थक होगा ।
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