मूल्यांकन प्रणाली बदलाव में एकरूपता लाए शिक्षा विभाग व शिक्षा बोर्ड
नई शिक्षा नीति के तहत प्रस्तावित बदलावों में सामजस्य बैठाने हेतु प्रदेश शिक्षा विभाग व शिक्षा बोर्ड सांझा निर्णय लें
हमीरपुर । नई शिक्षा नीति के तहत प्रस्तावित बदलावों में सामजस्य बैठाने हेतु प्रदेश शिक्षा विभाग व शिक्षा बोर्ड सांझा निर्णय लें। मूल्यांकन प्रणाली बदलाव में एकरूपता लाने हेतु शिक्षा बोर्ड और एसएसए के आदेशों में एकरूपता लाने हेतु राजकीय प्रशिक्षित कला स्नातक संघ ने प्रदेश मुख्य सचिव को 15 सूत्रीय सुझाव-पत्र शिक्षा सचिव और शिक्षा विभाग व शिक्षा बोर्ड को भेजा है। संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने बताया कि टर्म 1 की परीक्षाएँ कक्षा 3, 5 और 8 हेतु सितंबर माह में एसए 1 पेपर्स हर घर पाठशाला के अधीन हो गए और नवंबर माह में एसएसए के तहत एफए-3 के पेपर्स होंगे।
वहीं शिक्षा बोर्ड नवंबर माह में ही टर्म 1 परीक्षा लेने जा रहा है। हर घर पाठशाला के पेपर्स के अंक शिक्षा संवाद पर फीड होंगे। टर्म 1 और 2के अंक शिक्षा बोर्ड भी देगा और एसए 1 व 2 के अंक एसएसए सीसीई सिस्टम में होंगे। ऐसे में कक्षा 3, 5 और 8 के दो तरह के परिणाम बन जाएंगे और स्कोर कार्ड या परिणाम भी दो तरह के हो जाएंगे। ऐसे में एसएस परीक्षाएँ कौन लेगा , ये निर्णय शिक्षा विभाग व शिक्षा बोर्ड मिलकर कर ले। कक्षा 3, 5 और 8 के टर्म 2 के पेपर्स में पूरे पाठ्यक्रम से पेपर्स डालने की अधिसूचना शिक्षा बोर्ड ने की है जबकि शेष सभी कक्षाओं में दूसरी टर्म के आधे पाठ्यक्रम से पेपर्स आएंगे। इसमें भी एकरूपता आपेक्षित है।
8 अक्तूबर , 2021 को शिक्षा बोर्ड ने अधिसूचना के पेज 3पर एफ ए 1 के अंक 25 बताए हैं और अधिसूचना के पेज 4 पर इसके 15 अंक लिखे हैं जिसे दुरुस्त करें । इस सत्र से ही टर्म 1 और 2 लागू करने हेतु बच्चों के अभिभावकों की राय हर घर पाठशाला ई -पीटीएम के तहत फीडबैक फॉर्म डालकर अभिभावकों की राय ले ली जाए। परीक्षा की तैयारी हेतु विशेष वीडियो हर घर पाठशाला के तहत बनाए जाएँ व बोर्ड परीक्षाओं के मॉडल प्रश्न-पत्र टर्म 2 हेतु बनाकर फरवरी तक बोर्ड वेबसाईट पर अपलोड किए जाएँ। जिन अध्यायों में सरल प्रश्न न हों या वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का अभाव हो , उनके लिए ई-प्रश्न बैंक व कंपेंडियम बोर्ड वेबसाईट पर अपलोड किया जाए।
कक्षा 6 से 8 के अंग्रेज़ी व्याकरण का स्तर बढ़ाया जाए और इसको टर्म अनुसार विभाजित किया जाए। अगले सत्र से नई शिक्षा नीति में 10+1 और 10+2 संकाय पद्धति में बदलाव किया जाएगा या नहीं, यह चर्चा समय पर कर ली जाए क्योंकि विद्यार्थी नई शिक्षा नीति में अपनी पसंद के विषय 10+1 औए 10+2 में पढ़ सकता है। इस व्यवस्था को यदि शिक्षा बोर्ड लागू करता है तो आवश्यक तैयारी और मापदंड निर्माण अविलंब शुरू किया जाए। संघ ने बच्चों के परीक्षा शुल्क घटाने और ड्रॉपिंग केंद्र से ही प्रश्न-पत्र आबंटन की मांग पूर्ण करने हेतु शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया है।
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