दियोटसिद्ध मंदिर में चैत्र माह मेलों का आगाज, जिलाधीश देवाश्वेता बनिक ने बाबा बालक नाथ मंदिर में झंडा चढ़ाकर निभाई रस्म

हमीरपुर । पौणाहारी की जय, दूधाधारी की जय और जय बाबे के उद्घोष शंख धवनी व मंत्रों के बीच उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में एक माह तक चलने वाले चैत्र माह मेले का झंडा चढ़ाने की रस्म के साथ मंगलवार को विधिवत रूप से आरंभ हो गया है। यह चैत्र माह मेला 14 मार्च से लेकर 13 अप्रैल तक चलेगा। चैत्र माह मेलो में चलने वाले इन मेलो का मुख्य उदेश्य भगवान भोले नाथ के कलियुगी अवतार को अपना नमन करना व उन्हें नई फसले चढ़ाकर उनसे आर्शिवाद प्राप्त करना होता है।
जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की आयुक्त देवाश्वेता बनिक ने विधिवत पूजा, हवन और झंडा चढ़ाने की रस्म के साथ मेले का शुभारंभ किया। जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की आयुक्त देवाश्वेता बनिक ने मंदिर न्यास, पुलिस प्रशासन व सैंकड़ों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में सुबह साढ़े ग्यारह बजे झंडा चढ़ाने की रस्म अदा की। झंडा रस्म के दौरान बाबा बालक नाथ प्राचीन गद्दी के महंत श्रीश्रीश्री राजिंद्र गिरी जी विशेष रूप से उपस्थित रहे व उन्होंने झंडा रस्म निभाई।
इससे पहले जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की आयुक्त देवाश्वेता बनिक, मंदिर न्यास अध्यक्ष एवं एसडीएम बड़सर शशीपाल शर्मा, एसपी आकृति शर्मा, मंदिर अधिकारी अजय कुमार सहित कई अधिकारियों ने मंदिर परिसर में बने हवन कुंड में हवन डाला तथा पूजा अर्चना की। इससे पूर्व उपायुक्त ने विधिवत पूजा.अर्चना कर आहुतियां डालीं। मन्दिर के मुख्य धुने के पास झंडा रस्म अदा की गई। झंडा रस्म पूरी होते ही मंदिर परिसर पौणाहारी व दूधाधारी के जयकारों से गूंज उठा।
झंडा चढ़ाने की रस्म के उपरांत जिलाधीश देवाश्वेता बनिक ने मंदिर परिसर में विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा। चैत्र मास के मेले को लेकर मंदिर परिसर को फूल मालाओं से सजाया गया था तथा इन फूल मालाओं से मंदिर की सुंदरता देखते ही बन रही थी।
चैत्र मास मेले के पहले दिन मंदिर में हिमाचल के अलावा दिल्ली, पंजाब व अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। चैत्र मास के मेले के पहले दिन बाबा की गुफा में माथा टेकने वाले श्रद्धालुओं की सोमवार को ही भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। चैत्र मेले 13 अप्रैल तक चलेंगे और हर वर्ष की भांति इस बार भी मेलों में हिमाचल सहित उत्तरी भारत के विभिन्न राज्यों से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
उपायुक्त हमीरपुर देवाश्वेता बनिक ने बताया कि मेले के सफल आयोजन के लिए सभी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मेलों के दौरान दियोटसिद्ध पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था, खाने पीने की व्यवस्था, ठहरने की व्यवस्था, स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था के साथ-साथ बाबा की नगरी आने वाले अपंग श्रद्धालुओं के लिए विशेष नि:शुल्क गाडिय़ों की व्यवस्था गेट नंबर 1 पर कर रखी है, जो अपंग व वृद्ध श्रद्धालुओं को गेट नंबर 2 से होते हुए मंदिर परिसर के मुख्य गेट तक पहुंचाने का काम करेंगी। बैरियर से आगे बिना अनुमति किसी भी गाड़ी को आगे जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था के चलते दियोटसिद्ध के चप्पे-चप्पे पर पुलिस व होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह जगह साइन बोर्ड व कमर्चारी तैनात किये गये हैं। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र को पांच सेक्टरों में बांटा गया है ताकि सुरक्षा व्यवस्था सुचारू रहे। इस अवसर पर जिलाधीश ने श्रद्धालुओं से भी बातचीत की और मंदिर परिसर में उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सुविधाओं के संबंध में फीडबैक भी लिया।
इस अवसर पर बड़सर के एसडीएम एवं न्यास के अध्यक्ष शशीपाल शर्मा, मंदिर अधिकारी अजय कुमार, डीएसपी लाल मन शर्मा, मंदिर के महंत राजेंद्र गिरि, एसएचओ बड़सर प्रवीण राणा , पूर्व विधायक मनजीत डोगरा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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