हक मिलेगा काम करेंगे, नहीं तो पहिए जाम करेंगे, एचआरटीसी के परिचालकों ने सरकार को चेताया

वेतन विसंगतियों को लेकर एचआरटीसी कंडक्टर उतरे सरकार और प्रबंधन के विरोध में
 | 
एचआरटीसी के परिचालक

हमीरपुर।   एचआरटीसी के परिचालकों के ग्रेड पे में हुई कटौती के 27 जून से परिचालक काले बिल्ले लगाकर बसों में सेवाएं दे रहे हैं। कई दिनों से इनके पक्ष में कोई निर्णय न होता देख अब परिचालकों ने प्रभावी प्रदर्शन का मन बना लिया है।  वेतन विसंगतियों को लेकर एचआरटीसी कंडक्टर अब  सरकार और प्रबंधन के विरोध में उतरे हैं। गेट मीटिंग के दौरान कहा कि हक मिलेगा तो काम करेंगे नहीं तो पहिए जाम करेंगे, यानी की यदि इनकी बात नहीं सुनी गई तो फिर हड़ताल शुरू होगी। इसका असर निगम की बसों के संचालन पर पड़ सकता है।

परिचालकों ने कहा कि पहला अल्टीमेट स्टेट एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन का सरकार और प्रबंधन को 12 जुलाई तक दिया गया था।  लेकिन सरकार और प्रबंधन ने न तो वार्ता के लिए बुलायाऔर न ही सुध ली। उसके बाद 12 जुलाई को शिमला में एक मीटिंग और स्टेट एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन द्वारा की गई।  जिसमें सरकार और प्रबंधन को एक और अल्टीमेट दिया गया कि शिमला हेड ऑफिस के बाहर 5 परिचालक क्रमिक अनशन पर बैठेंगे । 
उन्होंने सरकार के निर्णय का विरोध जताया है। इनका कहना है कि सरकार ने इनके गे्रड-पे में कटौती कर इनके साथ अन्याय किया है। कई दिनों से विरोध चल रहा है बावजूद इसके सरकार इनके हितों को नजर अंदाज कर रही है। शुक्रवार को क्रमिक अनशन का तीसरा दिन है लेकिन अभी तक सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया।  न तो सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया और न ही प्रबंधन के किसी अधिकारी ने सुध ली। अब ये आंदोलन और भी उग्र होता जा रहा है। 
हर डिपो में रोज परिचालक गेट मीटिंग कर रहे हैं और सरकार के विरोध में परिचालक एक हो गए हैं।  उन्होंने कहा कि अगर सरकार  और प्रबंधन द्वारा निर्णय नहीं लिया गया, तो 22 तारीख के बाद जो निर्णय स्टेट एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन लेगी। उसका जो भी नुकसान होगा उसकी जिम्मेवारी प्रबंधन और सरकार की होगी।  गेट मीटिंग के दौरान निगम परिचालक विनय कुमार, अरविंद कुमार, लवली, सुमित कुमार, सूरज प्रकाश, विजनेश कुमार सहित अन्य शामिल रहे।

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।