दियोटसिद्ध मंदिर ट्रस्ट में रिटायर्ड अधिकारियों का हो चयन : महंत राजेंद्र गिरि

बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में ट्रस्टियों के चयन पर महंत राजेंद्र गिरि महाराज ने उठाए सवाल । महंत राजेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि  मंदिर में सेवाभाव वाले उच्च शिक्षा प्राप्त समाजसेवियों को ट्रस्ट में सेवा करने का मौका मिलना चाहिए।
 | 
Mahant Temple Deotsdih

हमीरपुर ।   उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में ट्रस्टियों के चयन को लेकर मंदिर के महंत राजेंद्र गिरि महाराज ने सवाल उठाए हैं। महंत राजेंद्र गिरि महाराज ने कहा  कि ट्रस्ट में अमूमन काम के बदले ट्रस्टियों को मेहनतनामा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि मंदिर में सेवाभाव वाले उच्च शिक्षा प्राप्त समाजसेवियों को ट्रस्ट में सेवा करने का मौका मिलना चाहिए। इस समय मंदिर ट्रस्ट में आधिकारिक या अनाधिकारिक रूप से ट्रस्ट में कुल 25 ट्रस्टी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

 

 

 

 

 

 

सरकार द्वारा चुने गए ट्रस्टियों को मंदिर में कामकाज के बदले 1000 रुपए प्रति दिहाड़ी के रूप में मेहनतनामा मिलता है। यानी की जितने दिन ट्रस्टी मंदिर में फाइनेंशियल या अन्य कामों के लिए मौजूद रहेंगे, उतने दिन का उन्हें मेहनतनामा दिया जाता है। हालांकि पूर्व में भी और इस समय भी कुछ ऐसे ट्रस्टी मौजूद हैं, जो कि सेवा के बदले किसी प्रकार का मेहनतनामा नहीं लेते हैं। लेकिन फिर भी हर वर्ष लाखों रुपए ट्रस्टियों को दिए जाने वाले मेहनतनामे के रूप में खर्च हो जाते हैं।

 

 


महंत राजेंद्र गिरि महाराज ने इसी व्यवस्था के खिलाफ  मोर्चा खोलते हुए प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि ट्रस्ट में केवल पढ़े-लिखे, उच्च पदों से रिटायर्ड अधिकारियों व समाजसेवियों का चयन किया जाए। जो निजी स्वार्थ को छोडक़र केवल सेवा भाव से मंदिर व श्रद्धालुओं की सेवा कर सकें। उन्होंने माता वैष्णो देवी ट्रस्ट का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां पर बड़े-बड़े रिटायर्ड अधिकारी बिना किसी स्वार्थ के अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

महंत राजेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि ने प्रदेश की नई सरकार से आग्रह किया है कि मंदिर में नई व्यवस्था नए साल में बनाई जाए, ताकि जो भी कमियां हैं उन्हें भी दूर किया जा सके। बहीं बड़सर विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि महंत की राय पर सरकार विचार करेगी। उन्होंने कहा कि अगर सेवाभाव वाले बुद्धिजीवी ट्रस्ट में अपनी भागीदारी करना चाहते हों तो उन्हें प्राथमिकता मिलनी चाहिए।

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।