हमीरपुर में पुलिस का एक्शन : निजी स्कूल में मारा छापा, फंड के दुरुपयोग का मामला

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में  निजी  स्कूल के प्रिंसिपल सुरेंद्र ठाकुर पर स्कूल फंड्स के दुरुपयोग का आरोप लगा है, जिसकी वजह से उन्हें प्रिंसिपल पद से टर्मिनेट कर इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।   
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हमीरपुर ।  जिला मुख्यालय पर गांधी चौक के पास स्थित एक शिक्षा समिति की शिकायत पर पुलिस ने रेड मार कर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। निजी स्कूल की शिक्षा समिति के एमडी ने सदर थाने में मंगलवार शाम को धोखाधड़ी और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी।  जिसके बाद पुलिस ने आज शिक्षण संस्थान के कार्यालय पहुंचकर कार्यवाही को अंजाम दिया। पुलिस शिकायत के आधार पर इस पूरे मामले की जांच कर रही है, वहीं शिक्षा समिति ने इस मामले को लेकर संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल को भी टर्मिनेट कर दिया है।   

 इस संबंध में निजी स्कूल शिक्षा समिति के एमडी की ओर से पुलिस थाने  में शिकायत दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब वास्तविकता क्या है इसका खुलासा तो छानबीन के बाद ही सामने आएगा। फिलहाल पुलिस की कार्रवाई जारी है। सूत्रों के मुताबिक इस निजी स्कूल की कुछ ब्रांचें भी हैं। वहीं इधर-उधर तबादलों को लेकर भी कई तथ्य सामने आए हैं। इसके अतिरिक्त शिक्षा समिति के फंड  के इस्तेमाल को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। यह सारी कार्रवाई वर्तमान में समिति के प्रबंध निदेशक की शिकायत पर हुई है।   

क्या है पूरा मामला?


शिक्षा समिति के एमडी अमित ठाकुर ने सदर थाने में जो शिकायत दी है उसमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि वह गुरुकुल पब्लिक स्कूल के प्रबंध निदेशक और मालिक हैं और वे पिछले 21 साल से इस स्कूल को चला रहे हैं।   गुरुकुल स्कूल की प्रबंधन समिति ने वर्ष 2007 में रविंद्रपुरी को बतौर प्रिंसिपल इस स्कूल में नियुक्त किया था।  सालों तक यह स्कूल सही ढंग से चलता रहा, लेकिन 5 साल पहले रविंद्रपुरी ने अपना एक नया स्कूल खोल लिया और इसमें सुरेंद्र ठाकुर को प्रिंसिपल नियुक्त कर दिया, लेकिन इस बारे में प्रबंधन समिति को कोई जानकारी नहीं दी गई।  

स्कूल से लाखों का सामान गायब 


जब स्कूल प्रबंधन को इसके बारे में पता चला तो सुरेंद्र ठाकुर को प्रिंसिपल पद से हटा दिया गया।  इसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल ने रविंदर पुरी के कहने पर स्टूडेंट के अभिभावकों को बरगलाना शुरू कर दिया।  इतना ही नहीं जब स्कूल का रिकॉर्ड मांगा गया तो वह भी उन्हें नहीं दिया गया।  स्कूल से कई तरह का कीमती सामान भी गायब है।  उन्होंने शिकायत में पुलिस से मांग की है कि बैंक खातों में की गई गड़बड़ियों, उन्हें डराने धमकाने और जो धोखाधड़ी की गई है उन सभी मामलों की जांच की जाए।   

कल होगा पीटीएम में होगा फैसला 


वहीं गुरुकुल स्कूल के प्रिंसिपल रविंदर पुरी ने कहा कि  समिति के एमडी बेवजह विवाद खड़ा कर रहे हैं।  इस स्कूल को आज जहां खड़ा किया गया है वह उनकी और उनकी टीम की मेहनत है।  उन्होंने कहा कि वीरवार को पीटीएम की बैठक भी बुलाई जा रही है, जिसमें तय होगा कि अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में रखना चाहते हैं या उन्हें स्कूल की दूसरी ब्रांच में भेजना चाहते हैं।  इसके लिए किसी पर कोई दबाव नहीं बनाया जा रहा है. यह फैसला बच्चे और उनके अभिभावक ही करेंगे।    

क्यों खड़ा हुआ विवाद?


दरअसल इस पूरे मामले को लेकर जो विवाद खड़ा हुआ है वो यह है कि गुरुकुल पब्लिक स्कूल के नाम से एक नया स्कूल भी 'न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल' शहर से ही थोड़ी दूरी पर खोला गया है।    ऐसे में बच्चों को वहां शिफ्ट करने को लेकर भी दोनों पक्षों के बीच विवाद खड़ा हो गया है और यह मामला पुलिस तक पहुंच गया।    अब दस्तावेजों की जांच और दोनों पक्षों के बयानों के बाद ही पुलिस अपनी अगली कार्यवाही अमल में लाएगी।   


वहीं सदर थाना से मौके पर जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर पंकज ने बताया कि पुलिस को शिक्षा समिति के एमडी की तरफ से एक शिकायत मिली थी जिसके बाद स्कूल पहुंचकर सारे मामले की जांच की जा रही है।   उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में दस्तावेजों की भी जांच होगी. फिलहाल सभी लोगों के बयान भी लिए जा रहे हैं, इसके बाद ही अगली कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।   

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