सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने में हो रही विफल साबित : कृष्ण चौधरी

प्रदेश कांग्रेस सचिव कृष्ण चौधरी  ने  प्रदेश सरकार के मुखिया पर पर चुटकी लेते हुए कहा कि जहां प्रदेश की जनता पर महंगाई की मार दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
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प्रदेश कांग्रेस सचिव कृष्ण चौधरी

हमीरपुर  ।  प्रदेश कांग्रेस सचिव कृष्ण चौधरी ने जारी प्रैस विज्ञप्ति में प्रदेश सरकार के मुखिया पर पर चुटकी लेते हुए कहा कि जहां प्रदेश की जनता पर महंगाई की मार दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री चुनावी बेला में घोषणाएं करके लोगों को महंगाई से निजात दिलाने की बजाए उनके मन को भटकाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता हासिल करने के लिए लोगों से जो वायदे किए थे वह भी आज दिन तक पूरे नहीं हो पाए हैं।

कृष्ण चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशों से काला धन लाकर देश के हर व्यक्ति के खाते में 15-15 लाख रुपए डालने का वायदा किया था। प्रधानमंत्री द्वारा किया गया वायदा करीब 8 साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। यह बात देश की जनता के साथ सरासर धोखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा गरीब लोगों को सिर ढकने के लिए मकान देने का वायदा किया था, वह भी पूरा नहीं हो पाया।


प्रदेश कांग्रेस सचिव कृष्ण चौधरी ने कहा कि अकेले बड़सर विस की बात की जाए तो यहां पर जो भी बड़े बड़े कार्यालय खुले हैं यह सब कार्यालय कांग्रेस की देन है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा व चाहे पुलिस थाना, अग्निश्मन केन्द्र खोले गए, यह सब पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की देन है। वहीं कांग्रेस सरकारों के दौरान स्वीकृत की गई योजनाओं का भाजपा नेता श्रेय लेने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में जब गैस सिलेंडर में 450 रुपए के करीब पहुंचा, तो इस दौरान भाजपाई गैस सिलेंडर का पटका गले में डालकर हर घर घर महंगाई का रोना रोते थे। लेकिन अब गैस का सिलेंडर जब 1100 के लगभग पहुंच गया तो ऐसे में अब इन लोगों महंगाई कहीं भी नजर नहीं आ रही है।

वहीं आए दिन खाद्य वस्तुओं की बढ़ती महंगाई ने लोगों का बजट बिगाड़ रख दिया। गरीब आदमी की थाली से खाद्य वस्तुएं दिन प्रतिदिन दूर होती जा रही हैं। इसके बावजूद सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने में विफल साबित होती दिख रही है। कृष्ण चौधरी ने बेरोजगार युवाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने युवाओं का रोजगार देना तो दूर की बात जो रोजगार के रास्ते खुले थे। उन्होंने भी अब बंद करना शुरू कर दिया, इसका सीधा उदाहरण अग्निवीर भर्ती है।

सेना में भर्ती होने के बाद देश की रक्षा करने का सपना संजोए बैठे युवा अब सेना में भर्ती होने को भी तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जो बच्चा 18 साल की आयु में भर्ती हो जाता है, उसे 22 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आजकल युवाओं की शादी 27-28 की उम्र में होती है। ऐसे में जो युवा 22 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हो जाए तो उसको युवक को शादी से भी दो - चार होने की बात को नकारा नहीं जा सकता।
 

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