पदोन्नति प्रक्रिया में और विलंब न करें शिक्षा विभाग : टीजीटी कला संघ

टीजीटी या प्रमोटी लेक्चरर से हेडमास्टर पदोन्नति की सूची भी जारी नहीं हो रही है और शिक्षा विभाग ने आचार संहिता में इसे जारी करने के लिए आवश्यक कदम उठाए होते तो अन्य विभागों की तरह यहाँ भी पदोन्नति प्रक्रिया सिरे चढ़ जाती।

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हमीरपुर।   प्रदेश के करीब 22 हज़ार शिक्षक लंबे समय से पदोन्नति सूचियाँ जारी होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। टीजीटी से प्रवक्ता स्कूल न्यू पदोन्नति की सूची का इंतज़ार प्रदेश के 17 हज़ार टीजीटी कर रहे हैं, लेकिन यह सूची जारी नहीं की जा रही है। टीजीटी या प्रमोटी लेक्चरर से हेडमास्टर पदोन्नति की सूची भी जारी नहीं हो रही है और शिक्षा विभाग ने आचार संहिता में इसे जारी करने के लिए आवश्यक कदम उठाए होते तो अन्य विभागों की तरह यहाँ भी पदोन्नति प्रक्रिया सिरे चढ़ जाती।

अनेकों शिक्षक पदोन्नति के बिना सेवानिवृत्त हो रहे हैं और अनेकों शिक्षक देरी से प्रमोट होने के कारण अपनी अगली पदोन्नति से भी वंचित हो रहे हैं। राजकीय टीजीटी कला संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल, उपाध्यक्ष मदन लाल, महासचिव विजय हीर, डेलीगेट्स संजय ठाकुर, देश राज, दुनी चंद, ओम प्रकाश, संगठन शाखा सचिव वीरभद्र नेगी, सोहन सिंगटा, रणवीर तोमर, देश राज शर्मा, डॉ. सुनील दत्त, जिलाध्यक्ष संजय वर्मा, सीताराम पोजता, राजेन्द्र ठाकुर, विजय बरवाल, सुभाष भारती, राकेश चौधरी, रिग्जिऩ संदप, संजय चौधरी, रविन्द्र गुलेरिया, रामकृष्ण, पुष्पराज, अमित छाबड़ा ने कहा कि अनेकों शिक्षक ऐसे भी हैं जिनके नाम तो प्रमोशन के लिए बनने वाले पैनल में 4 वर्ष से आ रहे हैं।

मगर पदोन्नति समय पर न होने और हर बार नए नाम जुडऩे के कारण प्रमोट नहीं हो रहे। इस समय शिक्षा विभाग के पास हेडमास्टर पैनल बना हुआ है और डीपीसी भी हुई है, लेकिन यह पदोन्नति सूची आचार संहिता के चलते जारी नहीं हो सकी। टीजीटी से प्रवक्ता स्कूल न्यू के लिए अब तक नए सिरे से न तो नाम मांगे गए हैं और न ही पुराने पैनल से पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की गई है।

ऐसे में 200 से अधिक हेडमास्टर और 240 से अधिक प्रवक्ता स्कूल न्यू पदोन्नति न होने से टीजीटी शिक्षक मायूस हैं और प्रदेश सरकार से प्रमोशन सूची जारी करने की मांग कर रहे हैं। एक तरफ  हेडमास्टर प्रमोशन में 8 साल बतौर टीजीटी सेवाकाल को अनिवार्य रूप से जाँचने को लेकर संघ लामबंद है। वहीं टीजीटी से प्रवक्ता स्कूल न्यू प्रमोशन में टीईटी अगर लागू हुआ तो टीईटी आयोजन और परिणाम आने के बाद पदोन्नति सूचियाँ जारी होने में दो साल का विलंब हो सकता है।

हेडमास्टर प्रमोशन केस में 56 दिन में होगी कार्यवाही

8 साल सेवाकाल पूरा न होने के बावजूद जिन शिक्षकों की हेडमास्टर प्रमोशन की तैयारी है। उनके बारे में प्रदेश हाईकोर्ट में केस चल रहा है, जिसमें हाईकोर्ट पहले ही साफ  कर चुका है कि अगर अपात्र पदोन्नत हुए तो याचिका का निर्णय होने पर उनको निर्णय अनुसार पदोन्नति लाभ से वंचित होना पड़ सकता है।

26 अक्तूबर को हुई देव राज बनाम हिमाचल सरकार मामले की सुनवाई में इस मामले में 8 सप्ताह में याचिका बहस कार्यवाही पूर्ण करने के आदेश दिए हैं। विभागीय उत्तर इस अवधि में दाखिल करना होगा और अगर प्रमोटी प्रवक्ता और टीजीटी से हेडमास्टर प्रमोशन सूची जारी हुई, तो वह इस कोर्ट केस के अंतिम निर्णय पर निर्भर करेगी।

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