Doctors Strike : हिमाचल में दूसरे दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल, अस्पतालों में मरीज परेशान

हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ के आह्वान पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला के अस्पतालों में सुबह 9:30 से दोपहर 12:00 बजे तक डॉक्टरों ने मरीजों को उपचार नहीं किया। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं सुचारू रहीं।
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हिमाचल प्रदेश में 2,600 डॉक्टरों की ढाई घंटे की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ के आह्वान पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला के अस्पतालों में सुबह 9:30 से दोपहर 12:00 बजे तक डॉक्टरों ने मरीजों को उपचार नहीं किया। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं सुचारू रहीं। इस दौरान मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी।     ऊना में चिकित्सकों ने मांगों के समर्थन में पेनडाउन हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रखी। इसके चलते मरीज ढाई घंटे तक उपचार के लिए परेशान हुए। 2600-doctors-in-himachal-on-strike

वेब डेस्क। हिमाचल प्रदेश में 2,600 डॉक्टरों की ढाई घंटे की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ के आह्वान पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला के अस्पतालों में सुबह 9:30 से दोपहर 12:00 बजे तक डॉक्टरों ने मरीजों को उपचार नहीं किया। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं सुचारू रहीं। इस दौरान मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। 

ऊना में चिकित्सकों ने मांगों के समर्थन में पेनडाउन हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रखी। इसके चलते मरीज ढाई घंटे तक उपचार के लिए परेशान हुए। चिकित्सीय जांच का लाभ 12 बजे मिला। अस्पताल में उपचार के लिए सुबह नौ बजे से दूरदराज के क्षेत्र से पहुंचे लोग काफी परेशान हुए। मरीज ओपीडी के बाहर पर्ची लेकर चिकित्सकों का इंतजार करते रहे। लेकिन चिकित्सक 12:00 बजे की ओपीडी में उपचार के लिए बैठे।

पेन डाउन हड़ताल में सभी चिकित्सक अस्पताल परिसर पहुंचे यहां उन्होंने शांतिपूर्वक तरीके से मांगों को लेकर चर्चा की। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. विकास चौहान ने कहा कि चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। इस दौरान आपातकाल में स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं।

हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे। वहीं, 5 मार्च के बाद सामूहिक अवकाश पर चलेंगे। धर्मशाला अस्पताल और कुल्लू में भी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। इससे मरीज ओपीडी के बाहर बैठकर इंतजार करते रहे। महात्मा गांधी खनेरी अस्पताल में चिकित्सकों ने हड़ताल शुरू कर दी है। इससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। 

संघ की मुख्य पांच मांगें हैं। इसमें चिकित्सक एनपीए, एड्स कंट्रोल सोसायटी में प्रोजेक्ट डायरेक्टर का कार्यभार स्वास्थ्य निदेशक को देने और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व एमएस जो शक्तियां है उन्हें वापिस देने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा 13 फरवरी को जो बैठक मुख्यमंत्री के साथ हुई थी, उस बैठक के मुख्य बिंदु भी नहीं निकाले गए हैं। यही वजह है कि चिकित्सक अब अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर में हड़ताल कर रहे हैं।

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