भरमौर : पारंपरिक वेशभूषा का संगम कहीं नहीं देखा होगा, भरमौर में गौरव दिवस का आयोजन

भरमौर में  पांच दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह का हुआ विधिवत आगाज। पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित स्थानीय लोगों ने समारोह में लिया हिस्सा। 
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भरमौर ।  एसडीएम भरमौर असीम सूद की अध्यक्षता में लघु सचिवालय पट्टी से चौरासी मंदिर प्रांगण तक पदयात्रा निकालकर  जनजातीय गौरव दिवस-2022 समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया। स्थानीय लोगों ने पारंपारिक वेशभूषा से सुसज्जित होकर जनजातीय गौरव दिवस में हिस्सा लिया। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, स्वंय सहायता समूहों , आशा वर्करों ने भी अपनी सहभागिता दर्ज करवाई। 

एसडीएम असीम सूद ने कहा कि इस तरह के आयोजन सांस्कृतिक परम्पराओं और सामाजिक सौहार्द के सम्वर्धन में अहम भूमिका निभाते हैं। यह हम सबका दायित्व है कि हम इन परम्पराओं के सम्वर्धन में अपना यथासंभव सहयोग दें। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी जहां आधुनिकता की चकाचौंध में अपनी अनमोल सांस्कृतिक विरासत एवं सामाजिक आदर्शों को भूल रहे हैं, इस स्थिति में हम सब को प्रहरी बन कर सांस्कृतिक परम्पराओं को संजोए रखना है।
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उन्होंने यह भी कहा कि जनजातीय गौरव दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य जनजातीय संस्कृति और परंपराओं को उजागर करना है । इसके साथ जनजातीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को उनके अधिकार के प्रति जागरुक भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कि समारोह के तहत 19 नवंबर तक विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके अंतर्गत सभी पंचायतों को समारोह का हिस्सा बनाया जाएगा । 
इस दौरान स्थानीय महिलाओं द्वारा ऐतिहासिक चौरासी मंदिर परिसर में पारंपरिक परिधानों से सुसज्जित होकर स्थानीय लोक संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए । इसके साथ पंचायत स्तर पर पदयात्रा का आयोजन भी किया गया ।  इस दौरान उद्यान अधिकारी डॉ. आशीष शर्मा ,विषय वस्तु विशेषज्ञ कृषि डॉ. करतार डोगरा, बाल विकास अधिकारी सुभाष दियोलिया,तहसीलदार भरमौर अशोक कुमार सहित स्थानीय लोग मौजूद रहे।

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