बड़ाग्रां में ओवरहेड टैंक बना शोपीस, क्षेत्र में पानी की बनी हुई किल्लत

2 वर्षों में टैंक में पानी की सप्लाई नहीं दे पाया जल शक्ति विभाग, लोग झेल रहे परेशानी 
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ओवरहेड टैंक

हमीरपुर  ।  बड़सर विधानसभा के कई गांवों में पानी की किल्लत पैदा होना जलशक्ति विभाग की अव्यवस्था व लापरवाही का नतीजा है। विभाग उन स्कीमों को चालू नहीं कर पाया है, जिन्हें करोड़ों रुपये खर्च कर करीब दो साल पहले लोगों की सुविधा के लिए बनाकर तैयार किया गया है। जलशक्ति विभाग के अधिकारी अपनी नाकामी व लापरवाही का ठीकरा हमेशा लोगों के सिर फोड़ कर अपनी जिम्मेदारी से तो बचते ही है। लेकिन अपने चेहते ठेकेदारों जो टाइम बाउंड होने के बावजूद आधे अधूरे काम को छोड़कर जा रहे हैं उनके आगे नतमस्तक हैं। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत बड़ाग्रां के वार्ड में बने ओवर हैड टैंक का सामने आया है।


बताते चलें कि बड़ाग्रां पंचायत को पर्याप्त पानी मिल सके। इसके लिए गवाल्ड खड्ड पर करोड़ों खर्च कर नई स्कीम बनाई गई गांव चौकी व वार्ड 5 में ओवरहेड टैंकों का निर्माण किया गया। दो साल पहले बनकर तैयार हुई इस स्कीम को चालू तो कर दिया गया, लेकिन जलशक्ति विभाग की लापरवाही और संबधित ठेकेदार की मनमानी के चलते वार्ड पांच मे बने ओवरहेड टैंक में अभी तक पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। विभाग ने इस कार्य को जिस ठेकेदार को सौंपा था, वह काम अधूरे में छोड़ भाग गया है। लेकिन विभागीय अधिकारी स्थानीय लोगों पर पाइप न डालने देने का आरोप लगाकर अपनी नाकामी को छिपा रहा है।

जब इससे भी बात नहीं बनी तो अब विभाग ने ठेकेदारों का रोना रोकर उस पर पैनल्टी लगाने की बात कर रहा है। साथ ही विभाग ये भी बता रहा है कि ठेकेदार जब पैनल्टी का पैसा जमा करवाएगा, उसके बाद ही काम किसी और को आवंटित किया जाएगा। इससे साफ  प्रतीत होता है कि यदि ठेकेदार सालों तक पैनल्टी नहीं भरता तो बड़ाग्रां के लोगों को सालों तक इस ओवरहेड टैंक का फायदा नहीं मिल पाएगा।

जलशक्ति विभाग की लचर प्रणाली के चलते बड़ाग्राम में तीसरे चौथे दिन पानी की नाममात्र सप्लाई दी जा रही है। जिससे बड़ाग्रां पंचायत में पानी की भारी किल्लत भी हो रही है। भारी गर्मी के बीच ग्रामीणों को पीने के पानी तक नसीब नहीं हो पर रहा है। हालांकि बड़ाग्रां में पानी की समस्या को लेकर स्थानीय पंचायत भी कई दफा विभाग से गुहार लगा चुकी है, लेकिन विभागीय अधिकारी टस से मस नहीं हुए हैं।


गौर रहे कि बड़सर क्षेत्र में पानी के लिए चारों तरफ  हाहाकार मची हुई है, लेकिन जलशक्ति विभाग के अधिकारी सरकारी कार्यालयों में बैठकर लोगों की समस्याओं का हल करने के बजाए कभी ठेकेदारों तो कभी लोगों पर अपनी नाकामी का ठीकरा फोड़ रहे हैं। वहीं अब खुद की जिम्मेदारी से बचते हुए अधिकारियों ने सड़क पर पेवर टाइल लगी होने की वजह से पाइप लाइन डालने की बात भी रखी है। विभाग की मानें तो एक तरफ  लोग पानी की मांग कर रहे हैं तो दूसरी तरफ  अपनी जमीन से पाइप नहीं डालने दे रहे हैं। जिससे यह काम अधर में लटका हुआ है।


उधर जल शक्ति विभाग बड़सर एसडीओ सुरेश कुमार ने बताया कि बड़ाग्रां के ओवरहेड टैंक में पानी की सप्लाई न होने की वजह जिस ठेकेदार को यह काम दिया गया था, वह समय पर काम नहीं कर पाया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को समय पर काम पूरा न करने की एवज में पैनल्टी लगाई गई है। अब इस कार्य के लिए दोबारा टेंडर प्रक्रिया होगी तभी पानी की बहली हो सकेगी। इसके अलावा सड़क में पेवर टाइल्स होना और लोगों द्वारा अपनी जमीन में पाइपें डालने से इनकार करना भी देरी की वजह है। जल्द ही पंचायत प्रतिनिधियों को साथ लेकर इस समस्या का हल निकाला जाएगा।


उधर बड़सर विस क्षेत्र के विधायक इंद्रदत लखनपाल ने कहा कि बड़सर विस क्षेत्र में पानी की समस्या का हल करने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां टैंकर पहुंच सकते हैं वहां टैंकरो से पानी की आपूर्ति की जा रही है। विभाग को इस स्थिति से निपटने के आदेश दिए गए हैं। यदि समय रहते विभाग उचित कदम उठता तो शायद यह समस्या इतनी विकराल नहीं होती। उन्होंने कहा कि बड़सर में पानी की स्कीमों पर करोड़ों रुपये खर्चे गए हैं, लेकिन विभाग इसका फायदा लोगों तक नहीं पहुंचा पाया है।


 उधर बड़ाग्रां पंचायत उपप्रधान बलराम ने कहा कि बड़ाग्रां पंचायत में पानी की समस्या को लेकर कई बार विभाग को बताया गया, लेकिन विभाग है कि कई लोगों की समस्याओं कों लेकर गंभीर नहीं है।  उन्होंने कहा कि वार्ड 5 में दो साल पहले ओवरहेड टैंक बनाया गया, लेकिन विभाग आज दित तक इसमें पानी की सप्लाई नहीं करवा पर रहा है। यदि अब भी विभाग इस अधूरे काम को पूरा नहीं करवाता है तो सारी पंचायत व ग्रामीण जलशक्ति विभाग का घेराव करने को मजबूर हो जाएंगे।

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