बड़सर क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों ने जमाया डेरा, 2710 प्रवासी पंजीकृत

बाल मजदूरी को मिल रहा बढ़ावा, स्वच्छता नियमों की उड़ रही धज्जियां  
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 प्रवासी मजदूरों ने जमाया डेरा

हमीरपुर ।  बाहरी राज्यों से काम धंधे की आस में हिमाचल आने वाले प्रवासियों की संख्या में दिन दोगुनी रात चौगुनी बढ़ोतरी हो रही है। हिमाचल जैसे शांत राज्य में पहुंचकर उक्त प्रवासी लोग अपने आप को काफी सुरक्षित समझते हैं व यहां पर आकर होने वाली अच्छी खासी आमदनी भी इन्हें खूब रास आती है। इन प्रवासियों में ज्यादातर लोग बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल, कश्मीर व नेपाल से आते हैं। जो मनमाने दामों पर काम करके खूब चांदी कूट रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक इस समय अकेले बड़सर थाना के अधीन 2710 प्रवासी पंजीकृत हैं। 


बताते चलें कि उपमंडल बड़सर के अनेक गांवों व क्षेत्रों में इन प्रवासी लोगों ने हजारों की तादात में डेरा जमाया हुआ है। इनकी तादात बढऩे के साथ ही इनके रहने का दायरा बाजारों से बढक़र गांवों तक पहुंच गया है। बात सिर्फ  काम धंधे तक ही सीमित हो तो किसी को कोई भी परेशानी नहीं होती। लेकिन कई बार इनमें कुछ आपराधिक किस्म के लोग भी कामगारों के वेष में पहुंच जाते है, जिन्हें पहचान पाना आसान नहीं होता है।

ग्रामीण क्षेत्रों के भोले भाले लोगों से यह प्रवासी बहुत जल्दी घुल मिल जाते हैं। इसका फायदा आपराधिक किस्म के लोग आसानी से उठा सकते हैं। इस विषय में बुद्धिजीवी वर्ग ने कहा कि हम लोगों को अपने बच्चों को स्कूल जाने या आस पास खेलने के लिए अकेले भेजने के लिए कभी भी सोचना नहीं पड़ता था। लेकिन अब प्रवासियों की लगातार बढ़ती संख्या से बच्चों की सुरक्षा की चिंता सताने लगती है।

वहीं उपमंडल के कई क्षेत्रों में यह प्रवासी लोग एक ही कमरे में किराया बचाने के चक्कर में भारी संख्या में इक्ट्ठे रह रहे हैं जबकि इनकी शौच आदि की उचित व्यवस्था न होने के कारण गंदगी की भरमार हो रही है। इससे स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ रही हैं। इसके अलावा छोटे-छोटे प्रवासी बच्चें भी दिहाड़ी-मजदूरी करते आम देखे जा सकते हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन व पुलिस विभाग से आग्रह है कि समय रहते इस गंभीर समस्या की तरफ  ध्यान देकर इसका हल निकाला जाए।


उधर एसडीएम बड़सर शशि पाल शर्मा ने बताया कि पुलिस विभाग सभी प्रवासियों का पंजीकरण करता है। जहां तक बाल मजदूरी की बात है तो संबंधित बीडीओ व पंचायत को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने क्षेत्र में इसका ध्यान रखें। अगर फिर भी बाल मजदूरी का कोई मामला आता है तो कार्रवाई की जाएगी।   


उधर एसएचओ बड़सर मस्तराम नायक ने बताया कि प्रवासियों का पंजीकरण नियमित रूप से किया जाता है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक इस समय बड़सर थाना के अधीन 2710 प्रवासी पंजीकृत हैं।  

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