Hamirpur : सोहारी पंचायत के बरला हरिजन बस्ती गांव के लिए सडक़ तो दूर, चलने के लिए रास्ता भी नहीं

बांस की पुलियों को क्रॉस करके स्कूल जा रहे बच्चे, कभी भी हो सकती है कोई अनहोनी ।  लोगों  ने जिलाधीश हमीरपुर से आग्रह किया है कि इस बस्ती को जल्द से जल्द सडक़ से जोड़ा जाए ।
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बांस की पुलियों को क्रॉस करके स्कूल जा रहे बच्चे

हमीरपुर ।  आजादी के 75 वर्ष पूरे होने को जा रहे हैं, देश अमृत महोत्सव मनाने जा रहा है। लेकिन कुछ गांबो में आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं को लेकर बार बार सरकार और इलाका के प्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पंचयात के चुनाव हों चाहे विधानसभा के चुनाव हों, उस समय प्रतिनिधि बड़े बड़े बायदे कर वोट तो ले लेते हैं। लेकिन चुनाबों के बाद सब कुछ भूल जाते हैं। ऐसा ही हाल विकास खंड बिझड़ी की सोहारी पंचयात के एक गांव हरिजन बस्ती बरला का है।


हरिजन बस्ती बरला गांव में आज तक सडक़ तो दूर की बात है, एक पैदल चलने के लिए रास्ता भी नहीं है। स्कूली बच्चों को खड्डों, नालों और बांशों की पुलियों को पार करके डेढ़ किलोमीटर का रास्ता तह करके सोहारी स्कूल में आना पड़ता है। इस बस्ती में अगर कोई बुजुर्ग या महिला बीमार हो जाए, तो उस को सडक़ तक पहुंचाने के लिए पालकी का सहारा लेना पड़ता है। सडक़ सुविधा न होने पर लोग एम्बुलैंस की जगह ट्रैक्टर को एम्बुलैंस बनाने पर मजबूर होना पड़ता है। जिसके लिए खड्ड के रास्ते से सडक़ तक पहुंचने में तीन से चार घंटे लग जाते हैं।

गत मास एक महिला को आपातकाल की स्थिति में ट्रैक्टर का सहारा लेकर सडक़ तक पहुंचाना पड़ा था। समय पर स्वास्थ्य सुविधा के न मिल पाने के कारण चार साल पहले भी इस गांब की एक महिला को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। हालांकि इस गांब में सडक़ की सुविधा पहुंचाने में कोई अड़चन नहीं है। सारी भूमि शामलात भूमि है, लेकिन आज तक किसी ने भी इस बस्ती की आबाज नहीं सुनी। बरसात के मौसम में तो इस खड्डनुमा रास्ते पर चलना इतना मुश्किल हो गया है कि बच्चों को स्कूल भेजने से भी डर लग रहा है। जगह जगह लहासे गिरे हुए हैं, बांस की पुलियों में फिसलन हो गई है और झाडिय़ो ने इस रास्ते को और भी डरावना बना दिया है।

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गांव के लोगों जीवन कुमार, बेली राम, चरण दास, सरवन दास, प्रीतम, प्यार चन्द, मंगत राम, रमना देवी, लता देवी व सुमन सहित अन्यों ने सरकार और जिलाधीश हमीरपुर से आग्रह किया है कि इस बस्ती को जल्द से जल्द सडक़ से जोड़ा जाए ताकि हम भी आजादी के अमृत महोत्सव में अपने आप को शामिल कर सकें। 


वहीं हरिजन बस्ती बरला के सभी परिवारों ने जन प्रतिनिधियों को दो टूक शब्दों में चेताया है कि अगर जल्द सडक़ का निर्माण नहीं करवाया गया तो इस बस्ती में वोट मांगने न आएं। पूरी बस्ती इस बार आने बाले विधानसभा चुनाबों में मतदान नहीं करेगी और चुनाबों का बहिस्कार किया जायेगा। क्यों कि हर बार सिर्फ  अश्वासन ही मिले, लेकिन किसी ने भी इस बस्ती की मज़बूरी को नहीं समझा।


बरसात के बाद होगा काम : रणजीत सिंह

उधर सोहारी पंचयात के प्रधान रणजीत सिंह बब्बी ने बताया कि बरला हरिजन बस्ती गांव को सडक़ सुविधा से जोडऩे के प्रयास जारी हैं। इस बस्ती के लिए तीन लाख रुपए का प्रस्ताब एस्टीमेट सहित जिलाधीश महोदय को भेजा जा रहा है तथा मनरेगा के अंतर्गत भी लगभग 6 लाख का अतिरिक्त सेल्फ  का प्राबधान किया गया है। लेकिन बरसात की वजह से काम रुका हुआ है। लगभग एक लाख के करीब इस पर खर्च भी किया जा चुका है। इस के अतिरिक्त सैल्फ डाल कर जल्द ही इस कार्य को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।

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