बड़सर विस क्षेत्र में आईटीआई खोलने की मंजूरी मिलते ही खिंचाातानी लगी बढऩे

भाजपा पूर्व विधायक बल्ह विहाल के लिए, जबकि प्रदेश प्रवक्ता के समर्थक सठवीं पंचायत में आईटीआई खोलने के लिए अड़े
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हमीरपुर ।   प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा ढटवाल क्षेत्र में आईटीआई खोलने को मंजूरी देने के बाद अब बड़सर भाजपा में अपने अपने क्षेत्र में इस सरकारी संस्थान को खोलने को लेकर खिंचातानी बढऩे लगी है। एक तरफ  भाजपा के जिलाध्यक्ष एवं बड़सर पूर्व विधायक बलदेव शर्मा इस आईटीआई को वल्ह विहाल पंचायत में खोलने को लेकर मोर्चा संभाले हुए है। वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता विनोद ठाकुर के समर्थक इस आईटीआई को पिछड़ी पंचायत सठवीं मे खोलने को लेकर अबाज बुलंद कर रहे हैं।


बताया जा रहा है कि सरकारी आईटीआई खोलने को लेकर सठवीं पंचायत के प्रतिनिधि लम्बे अरसे से संघर्ष कर रहे थे और इसी वावत विभाग ने भी जमीनी प्रक्रिया पूरी कर सरकार को भेजी थी। लेकिन अब सरकार ने जैसे ही ढटवाल क्षेत्र में सरकारी आईटीआई को खोलने को मंजूरी प्रदान की, तो अब इसे लेकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में इसे खोलने को लेकर आपस में ही ठन गई।

बड़सर की पिछड़ी पंचायत सठवीं के पूर्व प्रधान दलजीत राणा, वार्ड पंच अजय कपलेश, बिचित्र सिंह, अमीचंद, प्रह्लाद सिंह, सुरेश कुमार, पूर्व वार्ड पंच विजय कुमार, जगबीर सिंह, परमानंद, जगदीश ढटवालिया, मन्सा राम, जसवंत सिंह सहित अन्यों ने कहा कि प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनोद ठाकुर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधित्व आईटीआई खोलने को लेकर मुख्यमंत्री से शिमला में भेंट कर सठवीं पंचायत में आईटीआई खोलनी की मांग रखी थी। उसी दौरान मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि जैसे ही वे बड़सर दौरे पर आएंगे, वहीं से इसकी घोषणा कर दी जायेगी। इस सरकारी संस्थान के लिए सठवीं के दखयोडा में जमीन का चयन भी किया जा चुका है। लेकिन मंजूरी मिलते ही अब पूर्व विधायक इसे वल्ह विहाल पंचायत में खुलवना चाहता है, जिसका विरोध किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि वल्ह विहाल पंचायत में औद्योगिक क्षेत्र खुला है। जिसके उत्थान के लिए प्रयत्न कर लोगों को सुविधा मुहैया करवानी चाहिए, लेकिन पूर्व विधायक पिछड़ी पंचायत सठवीं में खुलने वाली आईटीआई को वहां खोलना चाहते है। जिसका क्षेत्र की एक दर्जन के करीब पंचायतें मिलकर विरोध कर रहीं है।


बताते चलें कि भाजपा सरकार के इस कार्यकाल में बड़सर के ढटवाल को दो ही सरकारी संस्थान मिले है, लेकिन विडंबना यह है कि इन संस्थानों के बनने से पहले ही भाजपा ही भाजपा के विरोध में मैदान में उत्तर आई है। गौर रहे कि बड़सर विधानसभा में भाजपा की अंतर्कलह किसी से छिपी नहीं है। यहां पार्टी विशेष का विरोध न होकर व्यक्ति विशेष का विरोध रहा है।

इसी कारण अब एक धडा अपनी खोई प्रतिष्ठा को पाने के लिए सरकारी संस्थानों को वल्ह विहाल में खोलना चाह रहा है, तो वहीं दूसरा धडा इसे किसी दूसरी पंचायत में खुलवाने को लेकर संघर्ष करता हुआ सडक़ों पर उतरने को तैयार बैठा है। विधानसभा चुनावों से पहले एक बार फिर बड़सर में भाजपा की अंतर्कलह खुलकर सामने आने लगी है।  


 उधर भाजपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक बड़सर बलदेव शर्मा ने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा ढटवाल क्षेत्र के लिए आईटीआई स्वीकृत की गई है। जिसे बल्ह विहाल पंचायत में खोला जाएगा।    


उधर सठवीं पंचायत पूर्व प्रधान दलजीत राणा ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से मिलकर सठवीं पंचायत में आईटीआई खोलने की मांग उठाई थी। सरकार ने इसकी मंजूरी भी दे दी है, लेकिन बड़सर के पूर्व विधायक जबरदस्ती इसे वल्ह विहाल पंचायत में खोलने की बात कर रहे है, जिसका हम विरोध करते है।

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