Scam Alert: कोरोना फंड से लोगों को 5000 रुपये दे रही मोदी सरकार!

भारत सरकार की ओर से एक फॉर्म भरने पर 5,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है। यह आर्थिक मदद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिया जा रहा है।
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भारत सरकार की ओर से एक फॉर्म भरने पर 5,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है। यह आर्थिक मदद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से कोरोना फंड (Corona Fund) से यह धनराशि जारी की जा रही है। इसके लिए आपको सिर्फ एक फॉर्म भरने की जरूरत है। सोशल मीडिया (Social Media) पर फॉर्म का लिंक भी शेयर किया जा रहा है।

भारत सरकार की ओर से एक फॉर्म भरने पर 5,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है। यह आर्थिक मदद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से कोरोना फंड (Corona Fund) से यह धनराशि जारी की जा रही है। इसके लिए आपको सिर्फ एक फॉर्म भरने की जरूरत है। सोशल मीडिया (Social Media) पर फॉर्म का लिंक भी शेयर किया जा रहा है।

सोशल मीडिया में तेजी से यह मैसेज वायरल हो रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे मैसेज के साथ शेयर किए गए लिंक को क्लिक करें और फॉर्म भरकर 5,000 रुपये की धनराशि प्राप्त कर लें। जो मैसेज मैसेजिंग साइट व्हाट्सऐप (WhatsApp) पर लोगों को भेजे गए हैं, उसमें दावा किया गया है कि उसने 5,000 रुपये प्राप्त कर लिए हैं।


शेयर किया जा रहा है फॉर्म का लिंक
वायरल मैसेज में लिखा है कि-भारत सरकार द्वारा 5,000 रुपये मिल रहे हैं। जल्दी लाभ लें। अभी फॉर्म भरें। 5000 rs pm-yojna.in. इसके आगे लिखा है- अभी फॉर्म भरें और 5000 रुपये लें। हेल्थ मंत्रालय द्वारा कोरोना फंड से मुझे भी मिला है। अगर आप भी 5000 रुपये लेना चाहते हैं, तो नीचे लिंक पे क्लिक करें और फॉर्म भरें। इसके नीचे एक लिंक भी शेयर किया गया है।

 


 

कोरोना फंड की सहायता राशि
वायरल मैसेज में कहा गया है कि यह कोरोना फंड की सहायता राशि है। कृपया ध्यान दें। अभी भी सोशल मीडिया में भेजे जा रहे इस मैसेज में कहा गया है कि योजना का लाभ सिर्फ 15 जनवरी 2022 तक ही मिलेगा। जल्दी फॉर्म भरें और 5000 रुपये लें। सबका साथ सबका विकास।


पीआईबी फैक्ट चेक- फर्जी मैसेज को साझा न करें
पत्र सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने इस मैसेज को फर्जी करार दिया है। पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा है कि सोशल मीडिया में वायरल ये संदेश फर्जी हैं। ऐसे फर्जी संदेशों को फॉरवर्ड न करें। साथ ही यह भी सलाह दी है कि इस तरह की संदिग्ध वेबसाइट पर अपनी किसी भी तरह की निजी जानकारी साझा न करें।

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