मंडी उपचुनावः जयराम ठाकुर और वीरभद्र परिवार के सियासी भविष्य का दाव

Mandi Loksabha Seat के उपचुनाव में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) और दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) के परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है।
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भाजपा-कांग्रेस के लिए आसान नहीं मंडी का ताज

भरमौर। मंडी संसदीय सीट (Mandi Loksabha Seat) के उपचुनाव में हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) और दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) के परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है। मंडी जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) का गृह जिला है। ऐसे में मंडी संसदीय सीट (Mandi Loksabha Seat) से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे भाजपा उम्मीदवार खुशाल ठाकुर की जीत सुनिश्चित करना उनके लिए (JaiRam Thakur) प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है।

दूसरी ओर, हिमाचल प्रदेश (Himachal) के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) की पत्नी प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) कांग्रेस (Congress) की टिकट पर मंडी से चुनावी मैदान में उतरी हैं। ऐसा पहली बार है, जब वीरभद्र सिंह के निधन के बाद उनके परिवार (Virbhadra Singh Family) का कोई सदस्य चुनाव लड़ रहा है। वीरभद्र का कोरोना संक्रमित होने के बाद पैदा हुई स्वास्थ्य समस्याओं के कारण आठ जुलाई को निधन हो गया था। प्रतिभा बिना वीरभद्र सिंह के पहली बार चुनावी मैदान में हैं।


राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मंडी उपचुनाव (Mandi Loksabha Seat by-Election) के परिणाम हिमाचल की राजनीति (Poltics) में जयराम ठाकुर और वीरभद्र सिंह के परिवार के भविष्य को तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे। यदि मंडी से भाजपा की जीत होती है, तो पार्टी और राज्य की राजनीति में जयराम ठाकुर का कद और ऊंचा होगा। और यदि भाजपा उनके गृह जिले से हार जाती है, तो पार्टी आलाकमान अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलने पर भी विचार कर सकता है।

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राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा कि इसी तरह, यदि प्रतिभा सिंह जीत जाती हैं, तो इससे उनकी पार्टी में वीरभद्र परिवार का प्रभाव बरकरार रहेगा। और यदि प्रतिभा सिंह हार जाती हैं, तो उन्हें और उनके पुत्र एवं शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य को राज्य की राजनीति में अपना महत्व साबित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। भाजपा नेता एवं सांसद राम स्वरूप शर्मा ने 17 मार्च को नई दिल्ली स्थित अपने आधिकारिक आवास में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद मंडी संसदीय सीट खाली हो गई थी।

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मंडी सीट से अंबिका श्याम (राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी), मुंशी राम ठाकुर (हिमाचल जनक्रांति पार्टी) और निर्दलीय उम्मीदवारों अनिल कुमार एवं सुभाष मोहन स्नेही समेत कुल छह उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन इस चुनाव में प्रतिभा सिंह और करगिल युद्ध के नायक ब्रिगेडियर खुशाल चंद ठाकुर के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। मंडी से पहले दो बार सांसद रह चुकीं प्रतिभा सिंह अपने दिवंगत पति वीरभद्र सिंह के नाम पर लोगों से वोट मांग रही हैं। वहीं, उनके प्रतिद्वंद्वी खुशाल ठाकुर को कारगिल योद्धा के रूप में भाजपा प्रचारित कर रही हैं। 

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