हिमाचल/विपिन परमार ने संभाला अध्यक्ष पद, मुख्यमंत्री ने हाथ पकड़ पहुंचाया आसन तक
शिमला। भाजपा के वरिष्ठ नेता और कांगड़ा के सुलह विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपिन परमार सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। विधानसभा के उपाध्यक्ष हंसराज ने इसकी घोषणा की। सदन के नेता जयराम ठाकुर ने हाथ पकड़ कर विपिन सिंह परमार को अध्यक्ष के आसन तक पहुंचाया। इस दौरान विपक्ष के नेता भी साथ रहे। परमार ने सभी का धन्यवाद करते हुए आश्वस्त किया कि बिना भेदभाव के समूचे सदन के प्रति समदृष्टि रखेंगे। विधानसभा की कार्यवाही परंपरा और नियमों के अनुसार चलेगी। परमार ने पूर्व विधानसभा अध्यक्षों सहित सत्ता पक्ष, विपक्ष सहित पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र का विशेष आभार जताया।
परमार ने मंगलवार को विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र भरा था। इससे पहले उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के पद से इस्तीफा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सौंपा। जयराम ने इसे मंजूरी के लिए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के पास भेज दिया, जिसे शाम को मंजूर कर लिया गया। इससे पहले मंगलवार को दिन में 11 बजे विपिन परमार ने विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज और भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल की मौजूदगी में विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा के पास नामांकन पत्र दाखिल किया था। इस दौरान कई अन्य विधायक भी मौजूद थे। कांगड़ा जिले के सुलह हलके से विधायक विपिन परमार पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के करीबी माने जाते हैं।
परमार तीसरे स्वास्थ्य मंत्री जो बने विधानसभा अध्यक्ष
हिमाचल की विभिन्न सरकारों में स्वास्थ्य मंत्री रहे विधायकों का विधानसभा अध्यक्ष पद से गहरा नाता रहा है। इस सीट पर बैठने वाले कई विधायक अपनी-अपनी सरकारों में स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं। कौल सिंह ठाकुर, डॉ. राजीव बिंदल और अब विपिन परमार। कौल सिंह ठाकुर, वीरभद्र सिंह सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहने के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष रहे हैं। डॉ. राजीव बिंदल भी विधानसभा अध्यक्ष बनने से पहले पूर्व धूमल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे और अब विपिन परमार मौजूदा जयराम ठाकुर सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे और अब विधानसभा अध्यक्ष बने हैं।
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