Tokyo Olympics-2020: वरुण को हिमाचल सरकार देगी 75 लाख ईनाम

टोक्यो ओलंपिक-2020 (Tokyo Olympics-2020) में भारतीय हॉकी टीम ने बीते करीब 50 साल का मेडल का सूखा खत्म किया है। वीरवार को जर्मनी के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भारत ने जीत हासिल की और 49 वर्ष के बाद ओलंपिक में पदक जीता। देश भर में भारत की जीत पर लोगों ने जश्न मनाया। टोक्यो
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Tokyo Olympics-2020: वरुण को हिमाचल सरकार देगी 75 लाख ईनाम

टोक्यो ओलंपिक-2020 (Tokyo Olympics-2020) में भारतीय हॉकी टीम ने बीते करीब 50 साल का मेडल का सूखा खत्म किया है। वीरवार को जर्मनी के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भारत ने जीत हासिल की और 49 वर्ष के बाद ओलंपिक में पदक जीता। देश भर में भारत की जीत पर लोगों ने जश्न मनाया। टोक्यो ओलंपिक-2020 (Tokyo Olympics-2020) में खेली टीम में हिमाचल का गबरू भी शामिल है।

 

हिमाचल में जन्में और शुरुआती पढ़ाई करने वाले वरुण कुमार को सीएण जयरा ठाकुर ने इनाम देने का ऐलान किया है। ब्रॉंज मेडल जीतने वाली टीम इँडिया का हिस्सा रहे ‌वरुण के अलावा, भारतीय टीम को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बधाई दी। सीएम ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक लाने वाली हाकी टीम के खिलाड़ी वरुण कुमार मूलरूप से चम्बा जिले के डलहौजी के रहने वाले हैं। वरुण कुमार को हिमाचल प्रदेश सरकार 75 लाख रुपये नकद देगी। वरुण परिवार सहित जालंधर के मिट्ठापुर गांव में रहते हैं। पंजाब सरकार भी उन्हें एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देगी।

 

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मूल रूप से चम्बा से हैं वरुण कुमार

वरुण कुमार चम्बा जिले के डलहौजी उपमंडल की ओसल पंचायत के खलंदर गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म 25 जुलाई 1995 को हुआ था। वर्तमान में वह परिवार सहित पंजाब के जालंधर में रह रहे हैं। वरुण ने पढ़ाई डीएवी स्कूल से की है। पंजाब के जालंधर में शिक्षा ग्रहण करने के बाद वरुण अब भारत पेट्रोलियम कंपनी नोएडा में सेवाएं दे रहे हैं। उधर, बेटे की उपलब्धि से परिजनों में खुशी का माहौल है। परिवार ने पदक जीतने के बाद वीडियो कॉल पर वरुण से बात की है।

 

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विधायक आशा कुमारी ने रखी मांग

वरुण कुमार चम्बा के डलहौजी से हैं। यहां की विधायक आशा कुमारी ने सरकार से मांग कि थी कि उन्हें सरकारी नौकरी और इनाम दिया जाए। हालांकि, बाद में सीएम जयराम ठाकुर ने इनाम की घोषणा कर दी थी। बता दें कि आज से ठीक 57 साल पहले भारत की टीम ने 1964 में गोल्ड मेडल जीता था। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के पद्मश्री चरणजीत सिंह उस दौरान भारतीय टीम के कप्तान थे। उन्होंने भी भारत की जीत पर खुशी जताई और कहा कि भारतीय टीम ने दमदार प्रदर्शन किया।

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