हिमाचल में मिले यूरेनियम के भंडार, राज्य के विकास और परमाणु ऊर्जा के लिए नई संभावनाएं
हिमाचल प्रदेश के चार जिलों हमीरपुर, ऊना, शिमला और मंडी में यूरेनियम के भंडारों की खोज हुई है। यह राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इससे राज्य के विकास में नई संभावनाएं पैदा हो सकती हैं। हिमाचल प्रदेश (Sources Of Uranium in Himachal) के चार जिलों हमीरपुर, ऊना, शिमला और मंडी में टनों के हिसाब से यूरेनियम पाया गया है। इसकी जानकारी राज्यसभा में सांसद सिकंदर कुमार के सवाल के जवाब में कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन और प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दी।
सांसद सिकंदर कुमार (MP Sikander Kumar) ने हिमाचल प्रदेश से जुड़े विषयों को उठाते हुए प्रधानमंत्री से हमीरपुर और ऊना जिलों (ources of uranium found in Hamirpur, Una, Shimla and Mandi) में यूरेनियम समृद्ध स्थलों, यूरेनियम भंडार की अनुमानित मात्रा और केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल में यूरेनियम उपचार संयंत्र स्थापित करने संबंधी जानकारी मांगी।
राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग की एक संघटक इकाई, परमाणु खनिज अन्वेषण और अनुसंधान निदेशालय ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश (Sources of uranium found in Hamirpur, Una, Shimla and Mandi) में प्रारंभिक निरीक्षण किया है, जिससे हमीरपुर जिले के मसानबाल में सतह यूरेनियम का पता चला है।
राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ऊना के राजपुरा, शिमला के कशा-कलाडी और मंडी के तलेली में यूरेनियम निक्षेप स्थापित हैं। इनसे 784 टन यूरेनियम ऑक्साइड स्रोत का अनुमान लगाया है। राजपुरा में 364 टन, कशा कलाड़ी में 200 टन और तलेली में 220 टन यूरेनियम ऑक्साइड शामिल है। अभी यूरेनियम उपचार संयंत्र की योजना नहीं बनाई है।
क्या है यूरेनियम और क्यों है यह महत्वपूर्ण?
यूरेनियम एक रेडियोधर्मी तत्व है जिसका उपयोग परमाणु ऊर्जा उत्पादन में किया जाता है। यह एक शक्तिशाली ऊर्जा स्रोत है और इसका उपयोग बिजली उत्पादन, चिकित्सा और अन्य उद्योगों में किया जा सकता है।
हिमाचल में यूरेनियम के भंडारों की खोज के फायदे
- आर्थिक विकास: यूरेनियम खनन से राज्य में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और राजस्व में वृद्धि होगी।
- ऊर्जा सुरक्षा: यूरेनियम के भंडार होने से राज्य ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बन सकता है और ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।
- तकनीकी विकास: यूरेनियम खनन और प्रसंस्करण के लिए आवश्यक तकनीकों के विकास से राज्य में तकनीकी विकास होगा।
चुनौतियां और आगे का रास्ता
यूरेनियम खनन एक जटिल और पर्यावरणीय रूप (Government Policies on Uranium Extraction) से संवेदनशील प्रक्रिया है। खनन के दौरान पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए उचित सुरक्षा उपायों को अपनाना आवश्यक है। इसके अलावा, स्थानीय लोगों की भागीदारी और उनकी चिंताओं को दूर करना भी महत्वपूर्ण है।
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