प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अधिकारी 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की केंद्रीय प्रयोगशाला परवाणू के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी तेज बहादुर सिंह को विजिलेंस ने 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
 | 
विजिलेंस की सतर्कता से हिमाचल प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले उजागर होने लगे हैं। विजिलेंस की टीम ने अब हिमाचल प्रदेश के एक बड़े अधिकारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। यह अधिकारी हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution Control Board) केंद्रीय प्रयोगशाला परवाणू में तैनात है। अधिकारी को 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।

ऊना। विजिलेंस टीम की सतर्कता से हिमाचल प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले उजागर होने लगे हैं। विजिलेंस की टीम ने अब हिमाचल प्रदेश के एक बड़े अधिकारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। यह अधिकारी हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution Control Board) केंद्रीय प्रयोगशाला परवाणू में तैनात है। अधिकारी को 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।

यह भी पढ़ेंः-हिमाचल में बड़ा हादसा, प्रवासी मजदूरों की 148 झुग्गियां जलकर राख

जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution Control Board) केंद्रीय प्रयोगशाला परवाणू के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी तेज बहादुर सिंह को विजिलेंस ने 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि अधिकारी ने ऊना के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर से अस्पताल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना के लिए सहमति पत्र जारी करने यह रिश्वत मांगी थी।

यह भी पढ़ेंः-सीएम जयराम ठाकुर ने शिलाई को दी 20 करोड़ी परियोजनाओं की सौगात

रिश्वत मांगने की जानकारी अस्पताल के डॉक्टर ने विजिलेंस को दी। शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। इस दौरान हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution Control Board) केंद्रीय प्रयोगशाला परवाणू के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। डीएसपी विजिलेंस अनिल मेहता ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।