हिमाचल में Old Pension Scheme पर हंगामा; पुलिस ने रोके कर्मचारी, सड़क पर बैठ हाईवे किया बंद

सरकार की सख्ती के बावजूद हजारों की संख्या में कर्मचारी शिमला पहुंच गए हैं। कर्मचारियों ने शिमला के नए बस स्टेंड जाने वाले बायपास से विधानसभा की ओर कूच किया, लेकिन 103 विक्ट्री टनल के पास कर्मचारियों को रोका दिया।
 | 
सरकार की सख्ती के बावजूद हजारों की संख्या में कर्मचारी शिमला पहुंच गए हैं। कर्मचारियों ने शिमला के नए बस स्टेंड जाने वाले बायपास से विधानसभा की ओर कूच किया, लेकिन 103 विक्ट्री टनल के पास कर्मचारियों को रोका दिया।

हिमाचल प्रदेश में न्यू पेंशन कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में कर्मचारियों ने ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) के लिए मोर्चा खोला दिया है। सरकार की सख्ती के बावजूद हजारों की संख्या में कर्मचारी शिमला पहुंच गए हैं। कर्मचारियों ने शिमला के नए बस स्टेंड जाने वाले बायपास से विधानसभा की ओर कूच किया, लेकिन 103 विक्ट्री टनल के पास कर्मचारियों को रोका दिया।

यह भी पढ़ेंः-हिमाचल में Old Pension Scheme पर हंगामा; कांग्रेस का वॉकऑउट, कर्मचारियों का विधानसभा की ओर कूच

यह भी पढ़ेंः-हिमाचलः चुनावी साल में पुरानी पेंशन स्कीम भाजपा सरकार के लिए बनी सिरदर्द!

पुलिस द्वारा रोके जाने से नाराज कर्मचारी सड़क पर बैठ गए हैं। इस वजह से नेशनल हाईवे बाधित हो गया है। इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उठे ओल्ड पेंशन के मुद्दे पर सरकार बैकफुट पर आ गई है। राजस्थान सरकार ने भी कर्मचारियों को ओल्ड पेशन देने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। 4 मार्च को बजट के दौरान सीएम जयराम इस संबंध में घोषणा कर सकते हैं।

यह भी पढ़ेंः-NPSEA कर्मचारी बोले-हमें कमेटी नहीं Old Pension Scheme ही चाहिए

यह भी पढ़ेंः-Old Pension Scheme को लेकर जयराम सरकार ने लिया बड़ा फैसला, यहां पढ़िए
 

ओल्ड पेंशन के लिए कर्मचारियों ने 23 फरवरी को मंडी से पदयात्रा शुरू की थी, जो शिमला पहुंच गई है। कर्मचारियों ने साफ कहा है कि उसे और कुछ नहीं ओल्ड पेंशन स्कीम चाहिए। इसके लिए कर्मचारियों ने चार मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के घेराव की तैयारी है। हालांकि, सरकार की ओर से सख्ती कर दी है। साथ ही कर्मचारियों को तीन मार्च की छुट्टी करने पर वेतन काटने के संबंध में भी आदेश जारी कर दिए हैं। 

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।