हिमाचल में मंत्रिमंडल गठन को लेकर संशय बरकरार, ये विधायक हैं मंत्री पद के दावेदार

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से  नई दिल्ली में चर्चा की। अब विधानसभा के शीत सत्र के बाद ही मंत्री बनाए जाने के आसार हैं।
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शिमला ।  हिमाचल प्रदेश में मंत्रिमंडल गठन को लेकर शनिवार रात तक भी संशय बरकरार रहा। रविवार को भी इस बाबत नई दिल्ली में मंथन जारी रहेगा। कांगड़ा और शिमला जिला से दावेदार अधिक होने से कांग्रेस सरकार पसोपेश में फंस गई है।  मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से शनिवार रात को नई दिल्ली में चर्चा की। अब विधानसभा के शीत सत्र के बाद ही मंत्री बनाए जाने के आसार हैं। संभावित है कि पहले चरण में आठ ही मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। सुक्खू सरकार में मंत्री बनने के लिए शनिवार को कई दावेदार विधायकों ने नई दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर अपने लिए लॉबिंग की।

जिला शिमला से विक्रमादित्य सिंह, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और कुलदीप राठौर मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। हॉलीलॉज को अधिमान दिए जाने के लिए विक्रमादित्य सिंह को मंत्री बनाया जाना लगभग तय है।  रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और कुलदीप राठौर के बीच मंत्री पद को लेकर मुकाबला चल रहा है। कांगड़ा जिला से सुधीर शर्मा, चंद्र कुमार, रघुवीर सिंह बाली और संजय रत्न के नाम पर चर्चा चल रही है। शिमला से नंदलाल, मोहनलाल ब्राक्टा और कांगड़ा से आशीष बुटेल, भवानी पठानिया और केवल सिंह पठानिया भी अपनी लाबिंग करने में जुटे हुए हैं।

शिमला और कांगड़ा से कितने विधायकों को मंत्री पद दिया जाए, इसको लेकर कांग्रेस जातीय समीकरण बनाने में जुटी हुई है। सोलन, सिरमौर, चंबा, कुल्लू, किन्नौर और बिलासपुर से मंत्री तय करने के लिए पार्टी को अधिक माथापच्ची नहीं करनी पड़ रही है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि दस की जगह आठ मंत्री भी बनाए जा सकते हैं। दो पदों को मुख्यमंत्री सुक्खू फिलहाल खाली भी रख सकते हैं। सरकार के पास विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के अलावा मुख्य सचेतक और सचेतक के पद भी हैं। इन पदों पर विधायकों की नियुक्ति कर सरकार क्षेत्रीय संतुलन बिठा सकती है।




मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शनिवार को नई दिल्ली में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपिंद्र सिंह हुड्डा से भेंट की। यह एक शिष्टाचार भेंट थी। हुड्डा ने सुक्खू को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देते हुए उनके सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। वहीं, सुक्खू ने दिल्ली में पूर्व राज्य मंत्री तथा हिमाचल कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष दीपा दास मुंशी से भेंट की। यह एक शिष्टाचार भेंट थी। दीपा दास मुंशी ने मुख्यमंत्री को बधाई दी और उनके सफल कार्यकाल की कामना की। 

वहीं हिमाचल प्रदेश में प्रोटेम स्पीकर की शपथ अब 20 दिसंबर को हो सकती है। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू के शिमला में उपस्थित न होने की स्थिति में इस शपथ समारोह का समय अब 19 के बजाय 20 दिसंबर किया जा सकता है। पहले यह शपथ समारोह 19 दिसंबर को दस बजे और उसके बाद शाम साढे़ पांच बजे तय किया था। अब यह दूसरे दिन के लिए टाला जा सकता है। इसकी वजह यह भी बताते हैं कि 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का मोदी से मिलने का कार्यक्रम है। सुक्खू प्रधानमंत्री से शिष्टाचार भेंट करेंगे। 


 हिमाचल प्रदेश में विधायकों को शपथ दिलाने के लिए जवाली के कांग्रेस विधायक चंद्र कुमार को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। चंद्र कुमार धर्मशाला में विधायकों को शपथ दिलाएंगे। धर्मशाला के तपोवन में 22 दिसंबर से प्रदेश विधानसभा का शीत सत्र शुरू होने जा रहा है। यह सत्र 22 से 24 दिसंबर तक चलेगा।  इसमें पहले दिन यानी 22 दिसंबर को सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह होगा। 23 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और राज्यपाल का अभिभाषण भी होगा। 24 दिसंबर को शोकोद्गार होगा। इसी दिन शासकीय और विधायी कार्य होंगे। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का प्रस्तुतीकरण, चर्चा और पारण होगा। 

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