NCTE ने बदला शिक्षकों की प्रमोशन का सिस्टम : विजय हीर
हमीरपुर । वर्ष 2022 से शिक्षकों की पदोन्नति (Promotion) का पुराना पैटर्न पूरी तरह से बदल जाएगा । अब बेहतर काम और दक्षता से प्रमोशन (Promotion) और वेतनवृद्धि मिलेगी जिससे कई वर्षों तक सेवा करके वरिष्ठ होने का इंतज़ार नहीं करना होगा । राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद यानि एनसीटीई (NCTE) ने नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय व्यावसायिक मानक तय करने का मसौदा बना दिया है । इसका ड्राफ्ट एनसीटीई (NCTE) ने 17 नवंबर , 2021 को सार्वजनिक किया था और 17 दिसंबर , 2021 तक इसमें शिक्षक संशोधन हेतु सुझाव दे सकते हैं । इसके बाद इन मानकों के अनुसार शिक्षकों की भावी पदोन्नति नियम बनेंगे । एनसीटीई (NCTE) ने अपने ड्राफ्ट में साफ कर दिया है कि केवल वरिष्ठता के आधार पर अब शिक्षकों को पदोन्नति (Promotion) नहीं मिलेगी ।
अब सीनियर होने के साथ- साथ बेहतर शिक्षण , नवाचार और प्रयोग , शिक्षक की व्यावसायिक योग्यता , सीखने-सिखाने की बेहतर प्रेक्टिस के आधार पर पदोन्नति (Promotion) और वेतन में वृद्धि मिलेगी । यह जानकारी राजकीय टीजीटी कला संघ महासचिव विजय हीर (Vijay Heer) ने देते हुए बताया कि एनसीटीई (NCTE) ने जो ड्राफ्ट शिक्षकों की पदोन्नति (Promotion) हेतु बनाया है , उसमें शिक्षकों का वर्गीकरण स्टेट्स शुरुआती शिक्षक, प्रवीण शिक्षक, विशेषज्ञ शिक्षक व नेतृत्वकर्ता शिक्षक के रूप में होगा । मगर ये स्टेट्स शिक्षकों को हासिल करने पड़ेंगे यानि शुरुआती शिक्षक को पहला टैस्ट (Test) पास करने पर प्रवीण शिक्षक , दूसरे टैस्ट पास करने पर विशेषज्ञ शिक्षक , तीसरा टैस्ट पास करने पर विशेषज्ञ शिक्षक और चौथा टैस्ट पास करने पर नेतृत्वकर्ता शिक्षक का सर्टिफिकेट (Certificate) मिलेगा ।
व्यावसायिक (Professional) मापदंड के तहत चार तरह के मूल मूल्य और नैतिकता, व्यावसायिक ज्ञान और समझ , व्यावसायिक अभ्यास और क्षमता, व्यावसायिक विकास और वृद्धि मुख्य आधार होंगे जिन पर खरा उतरने वाले शिक्षक ही पदोन्नति (Promotion) होंगे और बेहतर काम पर अतिरिक्त वेतनवृद्धि का भी प्रावधान होगा जबकि वर्तमान समय तक ऐसा कोई प्रावधान सरकारी शिक्षा तंत्र में नहीं है । राष्ट्रीय शिक्षक रजिस्ट्री में योग्यता साबित कर नाम दर्ज होने पर ही प्रवीण शिक्षक दर्जा मिलेगा । टीईटी (TET) भी अनिवार्य योग्यता होगी । हर साल शिक्षक के शिक्षण का आकलन व सुधार किया जाएगा । अगर कहीं कमी हुई तो एनसीटीई (NCTE) उनका अलग प्रशिक्षण करवाएगी । शिक्षकों की क्षमता का 360 डिग्री मूल्यांकन किया जाएगा । शिक्षकों को स्वयं इस मूल्यांकन हेतु एनसीटीई (NCTE) को अमुक श्रेणी दक्षता आकलन टैस्ट हेतु आवेदन करना होगा और शिक्षक पोर्टफोलियो (Portfolio) मूल्यांकन में खरा उतारने पर ही नया दर्जा और प्रमोशन (Promotion) मिलेगी ।
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अगर इसमें उत्तीर्ण न हुए तो सीनियर होने पर भी प्रमोशन (Promotion) नहीं मिलेगी। हर तीन साल में एक श्रेणी से अगली श्रेणी हेतु शिक्षक अपना मूल्यांकन एनसीटीई (NCTE) पोर्टल से करवा सकेंगे जिसमें शिक्षक के विभागीय स्कूली मूल्यांकन की रिपोर्ट, कार्य के प्रमाण भी जमा करने होंगे यानि अपनी सेवा के 12 साल में शिक्षक चौथी श्रेणी में उत्तीर्ण होकर सबसे बेहतर पदोन्नति (Promotion) पा सकेगा यद्यपि नेतृत्वकर्ता शिक्षक स्टेट्स पाने हेतु विशेषज्ञ शिक्षक को 5 वर्ष का समय लग सकता है । व्यावसायिक (Professional) विकास हेतु हर शिक्षक को दर्जनों कोर्स भी करने होंगे । ऐसे में वर्ष 2030 में इन मानकों का फिर से संशोधन होगा और नए मानक जुड़ेंगे यानि शिक्षक पदोन्नति (Promotion) अब क्षमता आधारित होगी ।
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