पहले उपप्रधान, मेयर और अब विधायकी का चुनाव...जानें कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी देविंद्र जग्गी
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने लंबी जद्दोजहद के बाद धर्मशाला उपचुनाव के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। कांग्रेस ने धर्मशाला नगर निगम के मेयर रह चुके कांग्रेस महासचिव देविंद्र सिंह जग्गी को पार्टी टिकट दिया है। अब देविंद्र जग्गी का मुकाबला पूर्व मंत्री भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा के साथ होगा। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के दूसरे दिन बुधवार शाम को कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी प्रत्याशी घोषित किया।
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देविंद्र सिंह जग्गी नगर निगम धर्मशाला के वॉर्ड नंबर 10 के श्याम नगर में रहते हैं। जग्गी ने मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई की है। उन्होंने अपने सियासी करियर की शुरुआत 2000 में की थी और मंत पंचायत से उपप्रधान का चुनाव लड़ा था और जीता हासिल की थी। इसके बाद जग्गी ब्लाक कांग्रेस कमेटी धर्मशाला के महासचिव रहे। बाद में वह धर्मशाला के मेयर भी बने। उनको सुधीर शर्मा का धुर विरोधी माना जाता है। मौजूदा समय में देविंद्र सिंह जग्गी नगर निगम के पार्षद हैं।
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सुधीर शर्मा के भाजपा में शामिल होने के बाद से धर्मशाला में कोई बड़ा स्थापित नेता नहीं दिख रहा था, लेकिन ब्लॉक अध्यक्ष हरभजन सिंह चौधरी और देवेंद्र जग्गी, विजय इंद्र कर्ण ने खुद मोर्चा संभाला और न केवल कांग्रेस की नई कार्यकारिणी तैयार की, बल्कि बूथ-बूथ तक पार्टी को मजबूत करने का बीड़ा भी उठा लिया। इसी का नतीजा है कि देवेंद्र सिंह जग्गी को कांग्रेस ने धर्मशाला से विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
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अब भाजपा के सुधीर शर्मा को कांग्रेस की ओर से देवेंद्र जग्गी चुनावी टक्कर देंगे। इससे पहले आए दिन नए नाम टिकट की रेस में सामने आ रहे थे, लेकिन अब जग्गी के नाम पर मुहर लग गई। धर्मशाला कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि पार्टी ने संगठन से ही प्रत्याशी घोषित किया है, हालांकि पहले, भाजपा छोड़ चुके राकेश चौधरी का नाम भी काफी चर्चा में था। धर्मशाला कांग्रेस के नेताओं ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि पूर्व की तरह किसी बाहरी नेता या अन्य दल के नेता को मंजूर नहीं किया जाएगा।
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