डीसी ने विकास कार्य लटकाने पर 28 पंचायत प्रधानों को भेजे कारण बताओ नोटिस

डीसी कांगड़ा ने इन प्रधानों से जवाब मांगा है कि क्या कारण थे कि 15वें वित्त आयोग के तहत विकास के लिए आने वाले पैसे को भी वह अपनी पंचायत में खर्च नहीं कर पाए हैं। इन प्रधानों को 15 दिन के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है।
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धर्मशाला ।   हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की 28 पंचायतों में विकास कार्यों को लटकाने वाले पंचायत प्रधानों के खिलाफ डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कारण बताओ नोटिस किए है। डीसी कांगड़ा ने इन प्रधानों से जवाब मांगा है कि क्या कारण थे कि 15वें वित्त आयोग के तहत विकास के लिए आने वाले पैसे को भी वह अपनी पंचायत में खर्च नहीं कर पाए हैं। इन प्रधानों को 15 दिन के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है। तय अवधि में उत्तर न देने वाले प्रधानों पर हिमाचल प्रदेश पंचायतीराज अधिनियम 1994 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि विकास कार्यों में कोताही बरतने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए जिले के आठ विकास खंडों की 28 ग्राम पंचायतों के प्रधानों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। इन पंचायतों की ओर से 15वें वित्त आयोग में साल 2021-22 और 2022-23 तक विकास कार्यों के लिए स्वीकृत धनराशि को व्यय न करने पर यह कार्रवाई की है।  प्रधानों को 15 दिन के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि तय अवधि में उत्तर न देने वालों पर हिमाचल प्रदेश पंचायतीराज अधिनियम 1994 के तहत नियमानुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी।  

उपायुक्त ने बताया कि खंड विकास अधिकारियों के साथ धर्मशाला में हुई समीक्षा बैठक में यह पुष्टि हुई कि जिले की 28 ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त आयोग में साल 2021-22 और 2022-23 तक विकास कार्यों के लिए स्वीकृत धनराशि को व्यय नहीं की है। इसकी ऑनलाइन रिपोर्ट भी शून्य दर्शाई गई है। इससे प्रतीत होता है कि इन ग्राम पंचायतों की ओर से विकासात्मक कार्यों को क्रियान्वित करने में कोताही बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी धन का जन विकास के कामों में सदुपयोग न करने की प्रवृत्ति ठीक नहीं है। इस प्रकार की कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उपायुक्त ने बताया कि संबंधित ग्राम पंचायतों के प्रधानों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन में अपने खंड विकास अधिकारी के माध्यम से उपायुक्त कार्यालय को जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। ऐसा न करने वालों पर आगे नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 



इन पंचायतों के प्रधानों को जारी हुआ नोटिस


विकासात्मक कार्यों में कोताही पर विकास खंड बैजनाथ की ग्राम पंचायत बड़ा भंगाल, भटू पंजाला, फटाहर, कोठी कोहड़, लवाई, ननहार, नरघोह, सेल और सपैड़ू, विकास खंड नगरोटा बगवां की ग्राम पंचायत बलधर, कबाड़ी, रौंखर और सेराथाना, विकास खंड नगरोटा सूरियां की ग्राम पंचायत भाली, गुलेर, लुदरेट, मर्यणा, राजोल और बनतुगंली, विकास खंड नूरपुर की ग्राम पंचायत हाथीधार, खन्नी बदूही और सुखार, विकास खंड पंचरुखी की ग्राम पंचायत भरवाना तथा सलेरा, विकास खंड प्रागपुर की ग्राम पंचायत चनौर, विकास खंड रैत की ग्राम पंचायत पलोथा तथा रावा और विकास खंड सुलह स्थित भेडू महादेव की ग्राम पंचायत बछवाई के प्रधान को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।  

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