भटियात की चार पंचायतों का होगा कायाकल्प, यह है सरकार की योजना

चंबा। जिला स्तरीय ग्रामीण एवं शहरी विकास सशक्तिकरण समिति की बैठक मंगलवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने की। उन्होंने भारत सरकार द्वारा स्वीकृत रुरवेन मिशन के तहत विकास खंड भटियात की 4 ग्राम पंचायतों में करवाए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी
 | 
भटियात की चार पंचायतों का होगा कायाकल्प, यह है सरकार की योजना

चंबा। जिला स्तरीय ग्रामीण एवं शहरी विकास सशक्तिकरण समिति की बैठक मंगलवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने की। उन्होंने भारत सरकार द्वारा स्वीकृत रुरवेन मिशन के तहत विकास खंड भटियात की 4 ग्राम पंचायतों में करवाए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी इन ग्राम पंचायतों में मिशन के तहत विकास कार्यों को तेज गति दें।

 

 

उपायुक्त ने कहा कि चंबा एस्पिरेशनल जिला है। इस कारण भटियात की बलाना, थुलेल, हटली और गोला पंचायत के ग्रामीण जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इन पंचायतों के समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के लिए 177 कार्य योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। इनमें 43 कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जबकि 13 कार्य प्रगति पर हैं। बैठक के दौरान 121 कार्यों का बजट पुनः निर्देशित भी किया गया। बैठक में उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को रिवाइज सेल्फ जल्द प्रस्तुत करने के लिए आदेश दिए।

 

उपायुक्त ने कहा कि मिशन का मुख्य ध्येय शहरी क्षेत्र के समान ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुविधाएं जुटाना है। लिहाजा कृषि एवं उद्यान विभाग लोगों की आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने के लिए मौसमी और गैर-मौसमी सब्जी उत्पादन को बढ़ावा दें। इसके साथ ही पारंपरिक नगदी फसलों विशेषकर लाल चावल के लिए भी प्रोत्साहित करें। उपायुक्त ने सीड बैंक और अनाज भंडार की कार्य योजना पर भी फोकस करने के निर्देश दिए। इन चिन्हित 4 ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों के लिए कृषि उद्यानिकी से संबंधित अच्छे किस्म के औजार और मशीनरी कम दाम में किराए पर उपलब्ध करवाने के लिए संबंधित विभागों को हायर सेंटर खोलने की भी आदेश दिए।

 

 

लोक निर्माण विभाग चिन्हित पंचायतों में रोड कनेक्टिविटी को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए सड़क किनारे गहरी नालियों, डीप ड्रेन कल्चर को भी बढ़ावा दें। गुणात्मक शिक्षा पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बुनियादी जरूरतों के साथ-साथ स्मार्ट क्लास रूम व सोलर लाइटों के माध्यम से स्कूलों को निर्वाध विद्युत आपूर्ति भी सुनिश्चित बनाई जाएगी।

 

उपायुक्त ने ठोस और तरल कचरा प्रबंधन पर भी पर ग्रामीण विकास विभाग को गंभीरता से कार्य सुनिश्चित करने का कहा। उन्होंने कहा कि गौ सदन निर्माण तथा सामुदायिक जिम की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाए। यहां के दो उप स्वास्थ्य केंद्रों को वैलनेस सेंटर में बदला जाएगा, जबकि पंचायतों के केंद्र में एक सामुदायिक भवन भी बनाया जाएगा। सामुदायिक भवन में पुस्तकालय और मिनी सचिवालय पैटर्न पर पंचायत सहायता केंद्र भवन की सुविधा भी रहेगी। इसमें राजस्व विभाग के पटवारी, पंचायत सचिव, विद्युत और जल शक्ति व अन्य विभागों के कर्मचारी लोक सेवाओं के लिए उपलब्ध रहेंगे।

 

 

बैठक के दौरान मौजूद अतिरिक्त उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को ग्राम पंचायतों में विकासात्मक कार्यों के लिए स्कीम बार अतिरिक्त बजट की मांग का प्रस्ताव समय रहते जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कार्यालय में प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। बैठक में परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ओम प्रकाश ठाकुर, उप निदेशक उद्यान विभाग सुशील अवस्थी, अधिशासी अभियंता डलहौजी बिरेंद्र कुमार, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा फौजा सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी जगदीश राज राणा व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।

फेसबुक पर हमसे जुड़ने के लिए यहांक्लिक  करें। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट पाने के लिए हमेंगूगल न्यूज पर फॉलो करें।