मुख्य सचिव ने शिक्षा सचिव को भेजा टीजीटी कला संघ मांग-पत्र

  टीजीटी कला संघ के 15 सूत्रीय माँगपत्र पर मुख्य सचिव ने की कार्यवाही
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हमीरपुर ।  टीजीटी आर्ट्स शिक्षकों की विभिन्न मांगों पर प्रदेश सरकार हरकत में आई है । राजकीय टीजीटी कला संघ ने हाई पावर कमेटी को इस माह संघ के समक्ष आई विभिन्न मांगों को कार्यवाही हेतु शिक्षा विभाग और प्रदेश सरकार को भेजा था । प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने संघ के 15 सूत्रीय मांग-पत्र को प्रदेश शिक्षा सचिव को आगामी कार्यवाही हेतु भेजा है ।

इस कार्यवाही हेतु प्रदेश मुख्य सचिव का विशेष आभार व्यक्त करते हुए संघ के प्रदेश महासचिव विजय हीर ने बताया कि 2002 से लटकी 224 टीजीटी कला शिक्षकों की वर्ष 2011 में हुई भर्ती के बाद 5 साल के एरियर देने , 2008-10 के भर्ती 425 टीजीटी की नियमित की बजाय अनुबंध भर्ती बिना भर्ती पदोन्नति नियम करने के एवज़ में समस्त लागू लाभ देना, शिक्षा विभाग में प्रमोशन नियमों में अवसर और अर्हता परीक्षा की एकरूपता स्थापित करने हेतु नियमावली बनाना, टीजीटी से हेडमास्टर और प्रवक्ता स्कूल न्यू पदोन्नति सूचियाँ नवंबर माह में जारी करना,  प्रदेश के मिडल स्कूलों में हेडमास्टर के पद सृजित करना , प्रारम्भिक स्कूलों में बच्चों के प्रवेश हेतु 50 साल पूर्व बना प्रपत्र बदलने, एक श्रेणी में ही पदोन्नति पर 2 साल की प्रोबेशन रद्द करने के कार्मिक विभाग के आदेश लागू करवाना और प्रोबेशन की शर्त हटाना, टीजीटी को हेडमास्टर और अन्य पदोन्नतियों में अधिक कोटा देते हुए प्रधानाचार्य कोटे की 1992 की व्यवस्था बहाल करना, हिमाचल प्रदेश के अति-दुर्गम , हार्ड व क़बायली एरिया में स्वेच्छा से न्यूनतम तीन साल सेवा देने वाले कर्मचारियों हेतु विशेष प्रोत्साहन इंक्रीमेंट की व्यवस्था करना , नई शिक्षा नीति के आलोक में हिमाचल प्रदेश में बच्चों को छठी कक्षा से कोडिंग और वोकेशनल शिक्षा का पाठ्यक्रम बनाना , जेसीसी में संघ के 30 सूत्रीय मांग-पत्र पर प्रस्ताव लाते हुए शिक्षकों की अलग जेसीसी गठित करना, राष्ट्रीयकृत बैंकों में भी एसएसए खाते खोलने की अनुमति देने हेतु मानव संसाधन मंत्रालय से वार्ता करना , टीजीटी से प्रवक्ता स्कूल न्यू कंप्यूटर विज्ञान पदोन्नति नियम बदलना और एसएसए के 80 विशेष प्रशिक्षकों के कल्याण हेतु 4 वर्ष पूर्व आए कैबिनेट निर्णय लागू करने के मामले में अब कार्यवाही की उम्मीद जागी है ।

बार-बार परीक्षा देने से घट रहे शिक्षण दिवस

टीजीटी कला संघ महासचिव विजय हीर ने बताया कि संघ ने जून माह में ही शिक्षा विभाग को नई शिक्षा नीति के तहत प्रस्तावित साल में दो बार आधे-आधे पाठ्यक्रम परीक्षा की 50-50 अंकीय समेस्टर प्रणाली लागू करने का निर्णय लेने की अपील की थी मगर इसमें विलंब हुआ और कक्षा 9 से 10+2 की टर्म परीक्षा होने के 2 माह बाद समेस्टर परीक्षा होगी । इस तरह बार-बार परीक्षाएँ होने से शिक्षण कार्य हेतु दिवस कम हो रहे हैं । संघ ने शिक्षक दिवस बढ़ाने और कक्षा 1 से 12 हेतु स्कूल खोलने हेतु विचार करने का आग्रह किया है ।

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