हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए सुखविंद्र सिंह सुक्खू का प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में नाम सामने आते ही उनके घर और गृह जिले में जश्न शुरू हो गया है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से सुक्खू को हिमाचल में विधायक दल का नेता मंजूर करने के बाद परिवार और समर्थकों में खुशी का माहौल है। सुक्खू हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री होंगे।
शनिवार को विधानसभा परिसर शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के मुख्यमंत्री पद के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का एलान किया जा सकता है। विधानसभा परिसर शिमला में चल रही कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद इसकी घोषणा होगी। 12 दिसंबर को प्रदेश की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
हमीरपुर जिले की नादौन तहसील के सेरा गांव में 26 मार्च 1964 को जन्मे सुक्खू के पिता रसील सिंह HRTC शिमला में चालक थे। माता संसारदेई गृहिणी हैं। सुक्खू की पहली से एलएलबी तक की पढ़ाई शिमला में ही हुई है। चार भाई-बहनों में वह दूसरे नंबर पर हैं। बड़े भाई राजीव सेना से रिटायर हैं। दोनों छोटी बहनों की शादी हो चुकी है। 11 जून 1998 को सुखविंदर सिंह सुक्खू की शादी कमलेश ठाकुर से हुई। इनकी दो बेटियां हैं, जो दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही हैं।
सुक्खू ने NSUI से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। संजौली कॉलेज में पहले कक्षा के क्लास रिप्रेजेंटेटिव और स्टूडेंट सेंट्रल एसोसिएशन के महासचिव और अध्यक्ष भी रहे। 1988 से 1995 तक NSUI के प्रदेश अध्यक्ष बने। 1995 में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बने। 1998 से 2008 तक युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। नगर निगम शिमला के दो बार चुने हुए पार्षद बने। 2003, 2007, 2017 और अब 2022 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए।
2013 से 2019 तक हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष
2008 में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव बने। 8 जनवरी 2013 से 10 जनवरी 2019 तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। अप्रैल 2022 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं टिकट वितरण कमेटी के सदस्य बने। सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने भी प्रदेश की जनता का आभार जताया है। सुक्खू को सीएम बनाने की सूचना मिलने के बाद उनकी माता संसार देई ने भावुक होकर कहा कि उन्होंने बेटे को कहा है कि सभी के काम करना लेकिन रिश्वत मत लेना।