दियोटसिद्ध मंदिर में चैत्र मास मेलों के दौरान यातायात जाम पुलिस के लिए बना गले की फांस
हमीरपुर । उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में 14 मार्च से शुरू हो गए हैं। चैत्र माह मेले के दौरान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भारी समस्या झेलनी पड़ती है। हालांकि दियोटसिद्ध मंदिर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को सुविधाएं देने के दावे व वादे किए जाते हैं, लेकिन धरातल पर यह दावे धराशायी हो रहे हैं। 25 करोड़ की आय का आंकड़ा पार कर चुके दियोटसिद्ध मंदिर न्यास प्रशासन द्वारा अभी तक जो भी सुविधाएं मुहैया करवाई हैं वो नाकाफी हैं।
बताते चलें कि चैत्र मास मेलों के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को दियोटसिद्ध में लगने वाले यातायात जाम से छुटकारा नहीं मिल पाया है। खासकर रविवार व शनिवार को जाम लगने से जहां श्रद्धालुओं को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। वहीं पुलिस प्रशासन के लिए जाम से छुटकारा दिलाना गले की फांस बन जाता है। जाम की स्थिति से निपटने के लिए हालांकि मंदिर न्यास प्रशासन द्वारा तीन बैरियर लगाए गए हैं, लेकिन मंदिर सडक़ मार्ग पर वाहनों की भारी आवाजाही से एक से दो घंटे तक जाम की स्थिति बन जाती है। हालांकि मौके पर यातायात पुलिस कर्मी भी मौजूद होते हैं, लेकिन सडक़ तंग होने की बजह से जाम की स्थिति से छुटकारा नहीं मिल पाता है।
गौर रहे कि दियोटसिद्ध मंदिर में चैत्र मास के मेलों के दौरान हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। पार्किंग सुविधा का अभाव होने से कई श्रद्धालु पैदल मार्ग से ही मंदिर परिसर पहुंचते हैं। मंदिर सडक़ मार्ग पर केवल एक ही पार्किंग सुविधा उपलब्ध है। न्यास की ओर से निर्मित इस पार्किंग में लगभग 120 वाहनों के खड़ा किए जाने की व्यवस्था है। इसके अलावा बैरियर नं. एक पर लगभग 300 वाहनों के खड़ा किए जाने के लिए पार्किंग की व्यवस्था है। वो मंदिर परिसर से लगभग एक किलो मीटर की दूरी पर है।
दियोटसिद्ध मंदिर पहुंचने से लेकर मंदिर की सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस बार लगभग 325 पुलिस कर्मचारियों और होमगार्डों के जवान तैनात किए गए हैं। दियोटसिद्ध मंदिर परिसर व आसपास किसी भी अप्रिया घटना से निपटने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था के अलावा यातायात व्यवस्था का जिम्मा भी सौंपा गया है।
दियोटसिद्ध में मेलों के दौरान तीन कंट्रोल रूम व तीन बैरियर व मंदिर में प्रवेश करने वाले दोनों मुख्य गेटों पर चार मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। इसके अलावा मंदिर परिसर में हथियार व विस्फोटक आदि की जांच हेतू आधुनिक उपकरण मुहैया करवाए गए हैं। इसके अलावा दियोटसिद्ध मंदिर में मेले के दौरान बीमार व दिव्यांगों को बाबाजी के दर्शनों के लिए दियोटसिद्ध मंदिर न्यास प्रशासन ने दो वाहनों की सुविधा प्रदान की है। बीमार व दिव्यांग इन वाहनों में आसानी से आवाजाही कर सकेंगे।
उधर मंदिर अधिकारी सुभाष ठाकुर ने बताया कि चैत्र मास मेलों के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने के लिए मंदिर न्यास प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से तीन पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। भविष्य में वाहनों की पार्किंग के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। ताकि श्रद्धालुओं को वाहनों को खड़ा करने के लिए और सुविधा मिल सके।
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