बिलासपुर : खेलो इंडिया का सेंटर शुरू न होने से दांव पर खिलाड़ियों का भविष्य

बिलासपुर में खेलो इंडिया सेंटर का भवन मिलने से पहले ही बच्चों के ट्रायल करवाना और छह माह बाद भी खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शुरू न होना खेल विभाग और सरकार की लापरवाही को दर्शा रहा है।

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बिलासपुर । बिलासपुर में खेलो इंडिया सेंटर के शुरू नहीं होने से प्रदेश के 90 खिलाड़ियों का भविष्य दांव पर है। ये खिलाड़ी करीब छह माह से सेंटर शुरू होने का इंतजार कर रहे है। खेल विभाग सेंटर शुरू करने के लिए भवन की तलाश में जुटा है।  साल 2019 में जिला युवा सेवाएं एवं खेल विभाग को खेलो इंडिया सेंटर के तहत स्वीकृत हुआ था। कोरोना के चलते इसे शुरू करने में देरी हुई। इस साल जून में सेंटर को लुहणू स्थित वाटर स्पोर्ट्स सेंटर के भवन में शुरू करने की अधिसूचना जारी की गई थी, लेकिन वाटर स्पोर्ट्स के खिलाड़ियों के विरोध पर इसे वापस लेना पड़ा।



इसके बाद सेंटर शुरू करने का मामला अधर में लटक गया। इस सेंटर में एथलेटिक्स, बॉक्सिंग और जूडो के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जून और जुलाई में प्रदेश से 90 खिलाड़ियों का चयन सेंटर के लिए किया गया है। तीन खेलों के लिए 30-30 खिलाड़ी चुने गए हैं। हर खेल में 15-15 खिलाड़ी महिला और पुरुष वर्ग के होंगे। इन्हें अंतरराष्ट्रीय मानकों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सेंटर में उच्च संस्थानों से प्रशिक्षित कोच प्रशिक्षण देंगे। बिलासपुर में खेलो इंडिया सेंटर का भवन मिलने से पहले ही बच्चों के ट्रायल करवाना और छह माह बाद भी खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शुरू न होना खेल विभाग और सरकार की लापरवाही को दर्शा रहा है।


 

उधर, जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी रवि शंकर ने बताया कि बिलासपुर में खेलो इंडिया सेंटर को जल्द शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। अब सेंटर को लुहणू खेल परिसर स्थित स्टेडियम में शुरू करने की योजना है। इसके लिए उच्च अधिकारियों को लिखा है। आचार संहिता के बाद इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।

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