क्लस्टर विश्वविद्यालय मण्डी के स्थाई परिसर के लिए 200 बीघा जमीन की तलाश

शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने सरदार वल्लभभाई पटेल क्लस्टर विश्वविद्यालय मण्डी के अस्थाई परिसर में स्थापित कम्प्यूटर प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।
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मण्डी।

मण्डी। सरदार वल्लभभाई पटेल क्लस्टर विश्वविद्यालय मण्डी के स्थाई परिसर के निर्माण के लिए मण्डी में 200 बीघा जमीन तलाशी जा रही है। जिला प्रशासन को उपयुक्त जमीन देखने को कहा गया है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने दी। वे सरदार वल्लभभाई पटेल क्लस्टर विश्वविद्यालय मण्डी के अस्थाई परिसर में स्थापित कम्प्यूटर प्रयोगशाला के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का इस ओर विशेष ध्यान है कि क्लस्टर विश्वविद्यालय का अपना अच्छा कैम्पस बने, यहां नये कोर्सेज चलाए जाएं ताकि बच्चों को लाभ हो।


उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर क्लस्टर विश्वविद्यालय मण्डी की हर समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं। क्लस्टर विश्वविद्यालय को पूर्ण विकसित विश्वविद्यालय के तौर पर आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इस विश्वविद्यालय के तहत 4 कॉलेज मण्डी, बासा, सुंदरनगर और नारला लिए गए हैं। मण्डी, बासा और सुंदरनगर कॉलेज के निर्माण का 90 फीसदी काम पूरा कर लिया है। नारला को हालांकि बाद में शामिल किया गया, लेकिन यहां भी 50 फीसदी काम किया जा चुका है। इसी महीने रूसा के तहत ग्रांट उपलब्ध होगी, जिससे काम को और गति मिलेगी।


शिक्षा मंत्री ने खुशहाली से भरी शिक्षा व्यवस्था की वकालत करते हुए हैप्पी स्कूल, हैप्पी कॉलेज और हैप्पी विश्वविद्यालय बनाने पर जोर दिया । उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो जीवन को खुशहाल बनाए। इसमें शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। गोविंद ठाकुर ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश में अच्छे इंसानों के निर्माण को समर्पित है। इससे भारत शिक्षा क्षेत्र में महाशक्ति बनेगा। उन्होंने कहा कि ये जरूरी है कि अच्छी शिक्षा लेकर बच्चे सच्चे राष्ट्रभक्त बनें। उन्होंने क्लस्टर विश्वविद्यालय के तेज विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उपकुलपति प्रो. सी.एल.चंदन और उनकी पूरी टीम की सराहना की।

गोविंद ठाकुर ने कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षा के जरिए बच्चों की मदद करने के साथ साथ सामाजिक दायित्व निर्वहन में भी अग्रणी रहने पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों की तारीफ की। विशेषतौर पर कोविड के संकट में कोरोना से दुखद मृत्यु के मामलों में मृतकों के शवों का दाह संस्कार करने वाले एबीवीपी के सदस्यों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि हिमाचल, राज्य की पात्र आबादी को कोरोना के टीके की पहली डोज देने के शत प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने में देश में अव्वल रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे कोविड के टीके की दूसरी डोज देने में भी  सबसे पहले 100 फीसदी लक्ष्य को हासिल करने की मुहिम में एम्बेसडर की भूमिका निभाएं। 

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